Akshay Tritiya dakshinavarti shankh : सनातन धर्म के धार्मिक कार्यों में शंख का उपयोग किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शंख की ध्वनि सुनकर भगवान विष्णु प्रसन्न होते है। इसलिए भक्तगण हर्षित होकर शंख को फूक कर बजाते है।प्रत्येक वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल 2023, शनिवार को मनाई जाएगी। यह पर्व ग्रह नक्षत्रों के एक विशेष संयोग होने पर मनाया जाता है।अक्षय तृतीया का पर्व शुभ कार्यों और इस दिन सोना खरीदने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस खरीदी गई चीजें कभी नष्ट नहीं होती है।।
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दक्षिणावर्ती शंख घर लेकर आए
हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार शंख को माता लक्ष्मी का भाई भी माना जाता है। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन यदि दक्षिणावर्ती शंख घर लेकर आए और इसकी विधि विधान से पूजा की जाए, तो माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा बरसती है, और साथ ही घर में बरकत आती है।
एकाक्षी नारियल
पूजा-पाठ में एकाक्षी नारियल का खास महत्व होता है। इसे माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन इसे घर पर लाने से आर्थिक समस्याएं दूर होती है। साथ ही माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
11 कौड़ियां
अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर 11 कौड़ियाँ खरीदें। और इसका इस्तेमाल माता लक्ष्मी की पूजा के दौरान करें। ऐसा करने से घर का भंडार सदा भरा रहता है। धन में वृद्धि होती है।