Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. Amarnath Gufa Baba Barfani first picture : अमरनाथ गुफा से बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर आई सामने , 29 जून से शुरू होगी दुर्गम यात्रा

Amarnath Gufa Baba Barfani first picture : अमरनाथ गुफा से बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर आई सामने , 29 जून से शुरू होगी दुर्गम यात्रा

By अनूप कुमार 
Updated Date

Amarnath Gufa Baba Barfani first picture : सनातन धर्म में आस्था के केंद्र बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर सामने आ गई। अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी की करीब 8 फीट ऊंची शिवलिंग की तस्वीर सामने आई है। अमरनाथ यात्रा (amarnath yatra 2024) के दौरान अमरनाथ गुफा में बनने वाले इस शिवलिंग के दर्शन और पूजन के लिए देश भर से लाखों की तादाद में श्रद्धालु अमरनाथ आते हैं। इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। यात्रा करीब 52 दिन तक चलेगी, जो कि इस साल रक्षाबंधन के दिन 19 अगस्त को संपन्न होगी । इस समय अमरनाथ गुफा के दोनों रास्तों पर अभी भी कम से कम 5 से 7 फीट की बर्फ है।

पढ़ें :- 18 जून 2024 का राशिफलः मेष राशि वालों को आर्थिक क्षेत्र में मिलेगी सफलता; कर्क, सिंह व कन्या राशि वाले बरतें सावधानी

पंजीकरण
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू हो गए हैं। सरकारी आदेश के मुताबिक 13 से 70 साल की उम्र तक के भारतीय नागरिक बाबा बर्फानी के दर्शन की यात्रा कर सकते हैं। यात्रा के लिए जरूरी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया चल रही है। जो भी श्रद्धालु इस यात्रा पर जाना चाहते हैं वो आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in पर पंजीकरण करा सकते हैं।

श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड

साल में एक बार होने वाली अमरनाथ यात्रा (amarnath yatra 2024) दो मार्गों से होती है। पहला रास्ता, अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग से और दूसरा रास्ता, गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटा और संकरा बालटाल मार्ग का है। यात्रा का आयोजन जम्मू-कश्मीर सरकार और श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के संयुक्त सहयोग से किया जाता है।

 हिम शिवलिंग
पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी पवित्र गुफा में भगवान शिव ने देवी पार्वती को जीवन और अनंत काल का रहस्य सुनाया था। साथ ही इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना गया है। हर साल यहां निश्चित जगह पर गिरते पानी की बूंदों से शिवलिंग बनता है। जिसके दर्शन करने के लिए श्रद्धालु कई किलोमीटर की कठिन यात्रा करके बाबा बर्फानी तक पहुंचते हैं।

Advertisement