मॉस्को। भारत को CAATSA से मिली छूट को लेकर रूस ने अमेरिका (America) पर सवाल उठा दिए हैं। रूस (Russia) कहा ने कि भारत (India) के लिए किए गए इस फैसले ने अमेरिका (America) की कमजोरी जाहिर कर दी है। खास बात है कि पश्चिम के कड़े प्रतिबंधों का सामना कर रहे रूस (Russia) के हथियार निर्यात मामले में भुगतान खासे प्रभावित हो रहे हैं। रूस (Russia) ने इन प्रतिबंधों पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।
पढ़ें :- Jhansi Medical College Fire Accident : 10 घरों के बुझ गए चिराग और मेडिकल कॉलेज प्रशासन डिप्टी सीएम के स्वागत में चूना डालने में रहा व्यस्त
रूस (Russia) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि S400 खरीद के लिए भारत (India) को प्रतिबंधों से राहत देना अमेरिका (America) की कमजोरी को दिखाता है। अमेरिका(America) में हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव (House of Representative) ने उस संशोधन को मंजूरी दी थी, जिसमें भारत (India) को काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन्स एक्ट (CAATSA) के तहत प्रतिबंधों से जुलाई में छूट दी गई थी।
रूस (Russia) के फेडरल सर्विस फॉर मिलिट्री-टेक्निकल कॉपरेशन (FSMTC) के प्रमुख दिमित्री सुगाएव (Chief Dmitry Sugaev) ने कहा कि भारत और रूस (India and Russia) के बीच S400 की सप्लाई के लिए हुए कॉन्ट्रैक्ट को अमेरिका ने रूसी हथियारों के के खिलाफ लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन बताया था। अमेरिकी (American) पक्ष ने किस वजह से अपना फैसला बदला? मुझे नहीं पता, लेकिन संभावनाएं हैं कि इसकी वजह उनकी कमजोरी है।’
इसी सिस्टम को लेकर तुर्की पर प्रतिबंध लगाए गए थे। रूसी निर्यात (Russian Export) की देखरेख करने वाले सुआगेव कहते हैं कि पश्चिमी प्रतिबंध अनुचित कारोबार के बराबर हैं। साथ ही यह ‘स्वतंत्र राष्ट्रों के अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के संप्रभु अधिकार का हनन है।’ प्रतिबंधों को लेकर उन्होंने कहा कि नया उत्पादन और लॉजिस्टिकल चेन स्थापित (Logistics Chain Established) की गई हैं।