लखनऊ। जबरन रिटायर किए गए पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) सोमवार को एक बार फिर अपनी कार्यशैली से चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) ने इस बार अपने घर के बाहर नया नेमप्लेट लगाया है। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ( Former IPS Amitabh Thakur) अपने गेट के बाहर जबरिया रिटायर्ड (Forced Retired) के साथ जबरिया जेल भी लिखा है। इसके अलावा (जबरिया ???)
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यूपी के पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर (Former IPS Amitabh Thakur) को 14 मार्च 2022 को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से बड़ी राहत मिली थी। इलाहाबाद की हाईकोर्ट बेंच ने अमिताभ ठाकुर को जमानत दे दिया था। हाईकोर्ट के जस्टिस राजीव सिंह ने जमानत दी है। बता दें कि ठाकुर के खिलाफ लखनऊ के थाना हजरतगंज में वाराणसी की रेप पीड़िता द्वारा सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह करने के प्रकरण में दर्ज हुई एफआईआर में जमानत के संबंध में बहस हुई।
बता दें कि 27 अगस्त 2021 को रेप पीड़िता की आत्महत्या से जुड़े मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Former IPS Amitabh Thakur) को गिरफ्तार किया गया था। रेप पीड़िता ने अमिताभ पर,आपराधिक षड्यंत्र रचने और उन पर रेप करने के आरोपी सांसद अतुल राय को बचाने, मुख्तार अंसारी की शह पर पीड़िता के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचने का भी आरोप लगा था।
इसके बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर (Former IPS Amitabh Thakur) की ओर से कोर्ट में पक्ष रखते हुए कहा कि उन्हें फर्जी फंसाया गया है। जानबूझ के सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के सामने अंतिम वीडियो में सात लोगों में केवल उन्हें ही मुजरिम बनाया गया है।
जबकि उन्होंने मात्र अपने विधिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए, जो उनके पास सूचना आई थी उसे सक्षम अधिकारियों के पास कार्रवाई के लिए भेजा था। वहीं, सरकार की तरफ से इस मामले में अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) के खिलाफ विरोध किया गया। साथ ही अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए।
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जानें कौन हैं अमिताभ ठाकुर?
बता दें कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) एक तेजतरर्रार और कड़क पुलिस अफसर के रूप में जाने जाते थे। अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी रहे हैं। उनकी पत्नी नूतन ठाकुर (Nutan Thakur) एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं।