पंजाब। असम की डिब्रूगढ़ जेल (Dibrugarh Central Jail of Assam) में बंद ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन (‘Waris Punjab De’ Organization) के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के पिता तरसेम सिंह को बुधवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों ने रोक दिया है। वह कतर की राजधानी दोहा जाने वाले थे। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें जाने नहीं दिया। जानकारी के मुताबिक सुरक्षा अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर तरसेम सिंह से पूछताछ की और इसके बाद उन्हें घर वापस भेज दिया। तरसेम सिंह बुधवार की सुबह अमृतसर हवाई अड्डे (Amritsar Airport) पर पहुंचे थे। इससे पहले अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की पत्नी किरणदीप कौर को दिल्ली और अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Delhi and Amritsar International Airport) पर तीन बार विदेश जाने से रोका जा चुका है। किरणदीप कौर ब्रिटिश नागरिक हैं।
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अमृतसर के अजनाला थाने (Ajnala police station of Amritsar) पर हमले के बाद पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने अमृतपाल के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया था। वहीं कई दिनों की तलाश के बाद पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार किया था। अमृतपाल के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की गई है। वह इस समय असम की डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल (Dibrugarh Central Jail of Assam) में बंद है।
हमले में छह पुलिसकर्मी हुए थे घायल
अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) ने लूटपाट व अपहरण के आरोपी अपने साथी मंदीप सिंह उर्फ तूफान को छुड़ाने के लिए इसी साल फरवरी में अजनाला थाने पर हमला किया था। अमृतपाल श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी (Amritpal Sri Guru Granth Sahib Ji) की आड़ में हजारों समर्थकों के साथ अपने गांव जल्लूखेड़ा से पहुंच थाने पर हमला किया था। इस हमले में एसपी जुगराज सिंह (SP Jugraj Singh) समेत छह पुलिसकर्मी घायल हुए थे। अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के खिलाफ बाबा बकाला थाने (Baba Bakala Police Station) में हथियार रखने के आरोप में केस दर्ज है। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर आनंदपुर खालसा फोर्स बनाई थी।