जम्मू - कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में विवादित बयान देने पर लखनऊ विश्वविद्यालय की शिक्षिका डॉ. माद्री काकोटी को नोटिस जारी किया गया है। उनको साक्ष्य के साथ पांच दिन में स्पष्टीकारण देना होगा। यह भी स्पष्ट करने के लिए कहा है कि उनके इस कृत्य के लिए क्यों न अनुशासनिक कार्यवाही शुरू कर दी जाए?
लखनऊ। जम्मू – कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में विवादित बयान देने पर लखनऊ विश्वविद्यालय की शिक्षिका डॉ. माद्री काकोटी को नोटिस जारी किया गया है। उनको साक्ष्य के साथ पांच दिन में स्पष्टीकारण देना होगा। यह भी स्पष्ट करने के लिए कहा है कि उनके इस कृत्य के लिए क्यों न अनुशासनिक कार्यवाही शुरू कर दी जाए? सोमवार को दिन भर चले छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद कुलसचिव विद्यानंद त्रिपाठी ने नोटिस जारी कर दी।
पाकिस्तान में खूब रिपोस्ट किया जा रहा वीडियो
डॉ. माद्री काकोटी को जारी कारण बताओ नोटिस के मुताबिक, सोशल मीडिया, विभिन्न छात्रों एवं छात्र संगठनों की ओर से लिखित शिकायतों तथा अन्य लोगों से दूरभाष पर सूचना के अनुसार शिक्षिका ने एक्स पर कई पोस्ट डाली हैं, जिसमें विवादित टिप्पणी की गई है। इस संदेश और वीडियो को पाकिस्तान से संचालित एक्स हैंडल पर भी रीपोस्ट किया जा रहा, जिससे लखनऊ विश्वविद्यालय और राष्ट्र की छवि धूमिल होने की संभावना है।
शिक्षिका के इस कृत्य से देश व समाज के प्रति गलत संदेश गया है। यह कृत्य लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रथम परिनियमावली की अनुसूचि सी (कोड ऑफ कंडक्ट फॉर टीचर्स) में शिक्षकों के लिए निर्धारित व्यवस्था के प्रतिकूल है। आंतकवाद संपूर्ण विश्व, देश व समाज के लिए विष के समान, घातक व अमानवीय है। शिक्षिका की टिप्पणी से छात्रों में व्यापक रोष है। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है। इसलिए शिक्षका से पांच दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
दरअसल, डॉ. माद्री काकोटी ने अपने वीडियो में सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है- धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है… और धर्म पूछकर लिंच करना, नौकरी से निकालना, घर न देना, या घर पर बुलडोजर चलाना भी आतंकवाद है। असली आतंकी को पहचानो। प्रोफेसर का यह वीडियो पाकिस्तान में खूब देखा जा रहा है। वहां के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे शेयर किया जा रहा है। इस वजह से भारत में भी इस बयान पर बहस शुरू हो गई है।
विवादित बयान पर भड़के छात्र, प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
लखनऊ विश्वविद्यालय की शिक्षिका के आतंकी हमले के संदर्भ में दिए गए विवादित बयान को लेकर सोमवार को भी छात्रों ने विरोध किया। बड़ी संख्या में छात्रों ने दोपहर में प्रशासनिक भवन का घेराव कर प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी कर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को इसके लिए ज्ञापन भी सौंपा।
एबीवीपी लखनऊ महानगर के सह मंत्री जतिन शुक्ला के नेतृत्व में छात्रों ने प्रशासनिक भवन के कॉरिडोर में धरना देकर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति से मिलकर कार्रवाई की मांग उठाई। थोड़ी देर बार छात्रों ने छात्र नेता अमन दुबे के नेतृत्व में भी कुलपति कार्यालय का घेराव कर मुख्य गेट पर पर ताला जड़ दिया।
अमन दुबे ने ने कहा कि पहलगाम में हुए दुर्दांत आतंकी हमले में 27 भारतीय नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी। भारतीयों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है। छात्रों ने आरोप लगाया कि लखनऊ विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान की शिक्षिका डॉ. माद्री काकोटी लगातार राष्ट्र विरोधी टिप्पणी कर रही हैं।
छात्रों ने की एफआइआर दर्ज करने की मांग
उनके बयानों का इस्तेमाल पाकिस्तानी मीडिया भारत की छवि धूमिल करने के लिए कर रहा है। इससे लखनऊ विश्वविद्यालय की छवि भी धूमिल हो रही है। छात्रों ने शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कुलपति को ज्ञापन देने के बाद छात्रों ने शिक्षिका के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए थानाध्यक्ष को भी ज्ञापन दिया।