गाजीपुर। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को एमएलसी चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह (Former MP Radhemohan Singh) ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। राधे मोहन सिंह (Radhemohan Singh) के पार्टी छोड़ने के बाद कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं।
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दरअसल, राधेमोहन सिंह (Radhemohan Singh) समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में करीब 33 साल तक रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को अपना त्याग पत्र भेजते हुए उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि शुरूआत से लेकर आज तक अपने पार्टी को मां का दर्जा दिया और यहां पर मेरा पूरा जीवन निष्कलंकित रहा है। साल 2014, 2017 और 2019 तक चुनावों में हमने पार्टी के लिए पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से काम किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि, जिला पंचायत चुनाव में टिकट मांगने के बाद चुनाव के दौरान मुझे हराने के लिए ओम प्रकाश राजभर को लगाया गया। तेज बहादुर सिंह अस्पताल में थे। हम लोग उनकी सेवा में लगे थे बावजूद इसके 31 वोटों से हारा नहीं हराया गया हूं। राधेमोहन सिंह ने साफ किया कि वे अभी किसी अन्य दल में शामिल नहीं हो रहे हैं।
पूर्वांचल में होगा नुकसान
बता दें कि, राधेमोहन सिंह के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद समाजवादी पार्टी को पूर्वांचल में नुकसान होगा। दरअसल, राधेमोहन सिंह सपा के कद्दावर नेता माने जाते थे। ऐसे में अब उनके पार्टी से त्यागपत्र देने के बाद से पूर्वांचल में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।