कीव। रुस और युक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अनवरत जारी है। इस दौरान यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का समर्थन करने वाले यूक्रेनियों के खिलाफ सेना कड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है। खारकीव में सुरक्षाकर्मी एक अपार्टमेंट में दाखिल हुए हैं। यहां वो विक्टर से मिलते हैं, जो इस वक्त बहुत घबराए हुए हैं। उनके हाथ कांप रहे हैं और वो अपना चेहरा ढकने की कोशिश कर रहे हैं।
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दरअसल, इस अधेड़ शख्स ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए रूसी सेना का समर्थन किया था। विक्टर ने लिखा था कि ‘नाजियों से लड़ने के लिए’ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करता हूं। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को ‘मौत का प्रतीक’ बताया था। विक्टर कहते हैं कि हां, मैंने रूसी सेना का समर्थन किया था। मुझे माफ कर दीजिए। अब मैं बदल चुका हूं। मैं गलत था और मुझे इसका एहसास है।
विक्टर खारकीव क्षेत्र के लगभग 400 लोगों में से एक हैं, जिन्हें यूक्रेन की संसद से शीघ्रता से लागू किए गए सहयोग-विरोधी कानूनों के तहत हिरासत में लिया गया है। रूस के 24 फरवरी के आक्रमण के बाद राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की ओर से इस कानून को मंजूरी दी गई थी। जेलेंस्की ने कहा कि सहयोग के लिए जवाबदेही बनती है। यह कल होगा या परसों… एक अलग सवाल है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि न्याय अनिवार्य रूप से दिया जाएगा। हालांकि जेलेंस्की सरकार को व्यापक समर्थन प्राप्त है