Astrology: भगवान शिव बहुत ही भोले हैं। वो अपने भक्तों की हर मुराद को पूरा कर देते हैं। भगवान शिव की पूजा करने वालों की हर मन्नत पूरी होती है। हालांकि, भगवान को खुश करने के लि कई तरह से पूजा की जाती है।
पढ़ें :- 25 नवम्बर 2024 का राशिफल: इन राशि के लोगों को आज कारोबार में किसी रुके धन की हो सकती है प्राप्ति
इसमें शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है। ज्योतिष में कहा गया कि शिव लिंग की पूजा करने वालों के पास कभी धन की कमी नहीं होती है। इसके साथ ही पुत्र की प्राप्ति होती है। वहीं मानसिक और शारीरिक कष्ट भी दूर हो जाते हैं।
इस विधि से करें पार्थिव शिवलिंग का पूजन
– पूजा करने के लिए पहले शिवलिंग बनाएं। इसको बनाने के लिए किसी पवित्र नदी या तालाब की मिट्टी लें। इस मिट्टी को चंदन, पुष्प से शोधित करें। इसके साथ ही दूध मिलाकर मिट्टी का शोधन करें। इसके बाद शिव मंत्र बोलते हुए उस मिट्टी से शिवलिंग बनाने की क्रिया शुरू करें।
– शिवलिंग का पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह रखकर बनाना चाहिए। शिवलिंग का निर्माण मिट्टी, गाय का गोबर, गुड़, मक्खन और भस्म मिलाकर किया जाता है।
– शिवलिंग (Shivling) के निर्माण में इस बात का ध्यान रखें कि यह 12 अंगुल से ऊंचा नहीं हो। इससे अधिक ऊंचा होने पर पूजन का पुण्य प्राप्त नहीं होता है।
– मनोकामना पूर्ति के लिए शिवलिंग पर प्रसाद चढ़ाना चाहिए। इस बात का ध्यान रहे कि जो प्रसाद शिवलिंग से स्पर्श कर जाए, उसे ग्रहण न करें।
– यदि प्रति दिन पूजन किया जाए तो इस लोक तथा परलोक में भी अखण्ड शिव भक्ति मिलती है।