17 जुलाई शनिवार: आज शनिवार है। हिंदू पंचाग के अनुसार आज आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तथा चित्रा नक्षत्र है। शनि को कर्मफलदाता भी कहा जाता है। कहा जाता है कि वे व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से उसे फल देते हैं। अगर कुंडली में शनि शुभ स्थिति में बैठे हैं तो ये व्यक्ति को रंक से राजा बना सकते हैं। लेकिन शनि की अशुभ स्थिति राजा को भी भिखारी बना सकती है।
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हालांकि ज्योतिष विशेषज्ञों का इस मामले में मानना है कि अगर शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो शनि के अशुभ प्रभावों को भी शुभ प्रभावों में बदला जा सकता है। अगर आप भी शनि के अशुभ प्रभावों को झेल रहे हैं, तो इन मंत्रों का जाप कीजिए।आज के दिन उड़द दान का बहुत महत्व है। रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है।
-ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:.
– ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
– ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:.
-कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:.
– सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:..
– शनि का तंत्रोक्त मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: