लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम—9 के साथ बैठक कर बड़ा निर्णय लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकारी हॉस्पिटल में एमबीए पास युवाओं को मौका दिया जायेगा।
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वहीं, अस्पताल प्रशासन के काम में जुटे डॉक्टर अब इलाज करेंगे। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अलग-अलग अस्पतालों या कार्यालयों जहां भी डॉक्टरों की तैनाती प्रशासनिक या प्रबंधकीय कार्यों में की गई है, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर दिया जाए।
लिहाजा, अब ये डॉक्टर चिकित्सकीय कार्यों में लग जायेंगे। प्रबंधन के कार्यों के लिए आवश्यकतानुसार एमबीए पास युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए। सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतर कम होता जा रहा है। लिहाज अब अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवाएं, सर्जरी आदि शुरू की गई हैं, लेकिन वही लोग अस्पताल आएं, जिनकी स्थिति गंभीर हो। घर से बाहर कम से कम निकलें।
टेलीकन्सल्टेशन का उपयोग करें। सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला स्तरीय अस्पतालों में टेलीकन्सल्टेशन की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए। अधिकाधिक डॉक्टरों को इससे जोड़ा जाए। लोगों को इस सेवा के उपयोग के लिए जागरूक किया जाए।