नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के पांचों विधायकों ने चिराग पासवान को पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि चिराग के चाचा ने पशुपति पारस पासवान को नया नेता चुना गया है। बागी सांसदों ने चिराग को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने से इनकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो आज शाम तीन बजे पशुपति पारस प्रेस कांफ्रेंस कर इस बारे में तस्वीर साफ कर सकते हैं।
पढ़ें :- यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बदले अपने सुर, कहा-भाजपा में न मतभेद था, न है, न होगा
लोक जनशक्ति पार्टी की इस बड़ी फूट के बाद पशुपति पारस के अगले कदम को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। इस घटनाक्रम से बिहार की राजनीति में जबदस्त हलचल मची हुई है। रविवार को चिराग को छोड़कर लोक जनशक्ति पार्टी के छह में से बाकी सभी पांच सांसदों ने बगावत कर दी। बताया जा रहा था कि चिराग पासवान से नाराज इन सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी है।
चिट्ठी में उन्होंने अपने गुट को अलग मान्यता देने की मांग की है। इन सांसदों ने चिराग के चाचा पशुपति पारस को ही अपना नेता बनाया है। कहा जा रहा था कि अलग गुट बनाकर ये सांसद जदयू के पाले में जा सकते हैं। बगावत करने वाले सांसदों में चिराग के चाचा पशपति पारस पासवान के अलावा चचेरे भाई प्रिंस राज, चंदन सिंह , महबूब अली केशर और वीणा देवी शामिल हैं।