नई दिल्ली। ब्रिटेन (Britain) की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) हो गई हैं। यह जानकारी बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) ने रविवार को दी है। शाही महल ने एक सूचना में कहा गया है कि महारानी को कोविड-19 के कारण सर्दी जैसे सामान्य लक्षण दिख रहे हैं। 95 साल की महारानी अभी अपने विंडसर पैलेस (Windsor Palace) में ही हैं और अगले कुछ दिनों तक सिर्फ सामान्य कामकाज ही करेंगी।
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शाही महल ने बताया कि महारानी चिकित्सीय सेवाएं लेती रहेंगी। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार ही कामकाज करेंगी। वो कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करेंगी। ब्रिटेन सरकार की कोविड नीति (Covid Policy) के मुताबिक, कोई भी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाता है। तो उसे 10 दिनों तक खुद को आइसोलेशन में रखना जरूरी होता है। अगर उसकी छठवें और सातवें दिन रिपोर्ट निगेटिव आती है तो ही वह क्वारंटाइन से बाहर आ सकता है। हालांकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन (British Prime Minister Boris Johnson) ने रविवार को ही कहा कि वो सेल्फ आइसोलेशन( Self Isolation) की इस नीति को खत्म करने पर विचार कर रहे हैं। इसके साथ ही वैक्सीनेशन पर ही आगे ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें कोविड के साथ ही सामान्य तरीके से जीवन जीना सीखना होगा।
बता दें कि महारानी के बेटे और उनके उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) और उनकी पत्नी कैमिला पार्कर (Camilla Parker) को भी इसी महीने की शुरुआत में कोविड पॉजिटिव (Corona positive) पाया गया था। बता दें कि ब्रिटेन में अभी काफी संख्या में कोरोना के केस सामने आ रहे हैं। डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) के बाद ओमिक्रोन वैरिएंट ने वहां संक्रमण फैला रखा है। इससे उच्च सुरक्षा प्राप्त लोग भी अछूते नहीं रहे हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन (British Prime Minister Boris Johnson) भी कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं।
यह भी कहा जा रहा है कि ब्रिटिश सरकार कोरोना की फ्री टेस्टिंग का प्रावधान भी खत्म कर सकती है। ब्रिटेन में 12 साल से अधिक उम्र के 85 फीसदी आबादी को कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं। जबकि दो तिहाई आबादी को तो उसके बाद बूस्टर डोज भी लग चुका है। ब्रिटेन में कोरोना से अब तक कोरोना से 1.6 लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। यूरोप की बात करें तो यूरोप के बाद यह सबसे ज्यादा खतरनाक स्तर है। लंबे समय से पाबंदियों को हटाने को लेकर जनता और उद्योगों की ओर से भी मांग हो रही है।