लखनऊ: प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने साइबर क्राइम के जरिए हुए बैंक फ्रॉड का खुलासा करने के लिए शनिवार को भी ताबड़तोड़ छापे मारे। इसमें दिल्ली में पांच ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। छापों के दौरान दर्जन भर लोग हिरासत में लिए गए। इस गिरोह के टेरर फंडिंग नेटवर्क से जुड़े होने की भी आशंका है। सूत्रों के अनुसार एटीएस की टीमें शनिवार को भी छापे की कार्रवाई में शामिल रहीं। शुक्रवार को मुरादाबाद, संभल व अमरोहा में कई स्थानों पर छापा मारकर तलाशी ली गई थी। खुफिया इनपुट के आधार पर शनिवार को दिल्ली में पांच स्थानों पर छापे मारे गए। एटीएस को जानकारी मिली है कि एक गिरोह फर्जी सिम कार्ड और फर्जी पहचान पत्र के जरिए बैंकों में खाते खोलता है।
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इन खातों में जमा होने वाली रकम कार्डलेस ट्रांजैक्शन के जरिए निकाली जाती है। इस तरह फर्जी बैंक खातों के जरिए हुए लेन-देन ने एटीएस की नींद उड़ा दी है। एटीएस यह पता करने में जुटी है कि इन खातों में पैसा कहां से आता है और पैसा किन लोगों को दिया जाता है। गिरोह की कार्यप्रणाली से लग रहा है कि यह मामला टेरर फंडिंग नेटवर्क से भी जुड़ा हो सकता है। पिछले दिनों एटीएस ने हापुड़ निवासी पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को सेना की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ‘आईएसआई’ को देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसी मामले में गुजरात के अनस गितैली को भी गिरफ्तार किया गया था। अनस के आईएसआई के सीधे संपर्क में होने की आशंका है। सौरभ को जासूसी के बदले भुगतान अनस के माध्यम से ही मिला था।
बदायूं जिले से सक्रिए किए गए सिमकार्डों से पड़ोसी देश पाकिस्तान में कॉल की गई। धड़ाधड़ कॉल किए जाने पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गयी। जानकारी जुटाई तो पता लगा कि संभल के चंदौसी से भी पांच व्यापारियों से सिमकार्डों की खरीद-फरोख्त हुई थी। लखनऊ और नोएडा की एटीएस ने संयुक्त रूप से इन इलाकों में छापामारी करके सात सिमकार्ड विक्रेताओं को हिरासत में ले लिया है। सभी से देर रात तक पूछताछ की जा रही थी। इनमें दो बदायूं और पांच चंदौसी के बताये जा रहे हैं। संभल जिले के चंदौसी सर्किल के सीओ समेत एटीएस टीम शनिवार को थाना फैजगंज बेहटा के कस्बा ओरछी पहुंची। यहां से टीम ने दो सिमकार्ड विक्रेताओं को आननफानन में उठाया और साथ ले गयी।
हड़बड़ाये परिजन थाने पहुंचे तो काफी देर तक कुछ पता नहीं लग सका लेकिन शाम को यह स्थिति स्पष्ट हुई कि एटीएस ने यह कार्रवाई की है। इन व्यापारियों ने कुछ लोगों को सिमकार्ड बेचे थे और उन नंबरों से इंटरनेशनल कालिंग शुरू हो गई। अधिकांश कालिंग पाकिस्तान को हुई तो सुरक्षा एजेंसियों ने इन व्यापारियों को रडार पर ले लिया है। देर रात तक एजेंसी के अधिकारी इनसे चंदौसी में पूछताछ कर रहे थे। आगे की कार्रवाई क्या है, इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी नहीं है।