नई दिल्ली। कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में शामिल हुईं। उन्होंने कांग्रेस सांसदों को संबोधित किया और संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना को अक्षम्य बताया। साथ ही कहा कि, इस तरह की घटना को कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा इस घटना के बाद पीएम मोदी को अपने विचार व्यक्त करने में चार दिन से ज्यादा का समय लग गया। संसद के अंदर उन्होंने इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया।
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सोनिया गांधी ने कहा कि, शीतकाकलीन सत्र के दौरान जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई महत्वपूर्ण विधेयक को पारित किया गया। ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा, देश के पहले प्रधानमंत्री को बदनाम करने के लिए इतिहास से भी छेड़छाड़ की जा रही है, जो पूर्ण रूप से अस्वीकार्य है। बदनाम करने के लिए लगातार वे अभियान चला रहे हैं और इस प्रयासों का नेतृत्व पीएम और गृह मंत्री द्वारा किया जा रहा है, जिसका मोर्च वे खुद संभाल रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, केंद्र सरकार की तरफ से मौजूदा समय में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। विपक्ष की आवाज बंद करने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है और विपक्षी सांसदों को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें सदन की कार्यवाही से निलंबित किया जा रहा है। संसदीय इतिहास में यह पहली बार है जब इतने विपक्षी सांसद निलंबित किए गए हैं। इतिहास में अभी तक ऐसा कभी नहीं हुआ है।