Chaitra maas gud aur mishri sevan : चैत्र हिंदू पंचांग का पहला महीना होता है। इस महीने की शुरुआत होली से होती है। इस महीने में सेहत की दृष्टिकोण से कुछ पदार्थो का सेवन वर्जित है। इस माह में कई व्रत और त्योहार पड़ते है। हिंदू धर्म चैत्र माह में कई तरह के पर्व मनाए जाते हैं। कुछ व्रत में लोग नमक के बजाय मीठा का सेवन करते हैं। अधिक मीठा खाने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। आइये जानते है कि इस माह में किन पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
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मीठी चीजों के सेवन से बचें
धार्मिक मास होने के कारण इस माह में व्रत त्योहार के पालन में नमक वाली चीजों का सेवन नहीं किया जाता। ऐसे में लोग अधिक मात्रा में मीठी चीजों का सेवन करते हैं, जिससे आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप इस दौरान मीठी चीजों के सेवन से बचें।
खट्टे फलों का भी सेवन नहीं करना चाहिए
ऐसी मान्यता है कि चैत्र माह में मीठी चीज के अलावा खट्टे फलों का भी सेवन नहीं करना चाहिए। यह दोरस का महीना होता है। यानी इस मौसम में हल्की ठंड और हल्की गर्मी होती हैं। इस वजह से ऐसे मौसम में हमें हमेशा संतुलित भोजन का सेवन करना चाहिए।
खाने पीने पर विशेष ध्यान देना चाहिए
चैत्र महीने में दिन गर्म और रात ठंडी होती हैं। ऐसे में हमारे शरीर का तापमान कम ज्यादा होते रहता है। इसलिए हमें इस मौसम में अपने खाने पीने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
दूर कर सकते हैं पित्त और कफ जैसी समस्या
इस माह में नीम की पत्तियों का इस्तेमाल प्रसाद के रूप में किया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार नीम का सेवन करने से कई तरह की बीमारियां भी दूर होती हैं। नीम का सेवन कर आप वात, पित्त और कफ जैसी समस्या को दूर कर सकते हैं।