Chaitra Purnima 2022 : पूर्णिमा संस्कृत का शब्द है। पूर्णिमा का दिन प्रत्येक महीने में वह दिन (तिथि) होता है जब पूर्णिमा होती है, और प्रत्येक महीने में दो चंद्र पखवाड़े (पक्ष) के बीच विभाजन को चिह्नित करता है, और चंद्रमा बिल्कुल एक सीधी रेखा में संरेखित होता है। हिंदी माह की अंतिम तिथि पूर्णिमा कहलाती है। हिंदू धर्म शास्त्रों में चैत्र माह की पूर्णिमा का विशेष महत्व है। चैत्र माह में पड़ने वाली पूर्णिमा साल की पहली पूर्णिमा होती है। इस साल चैत्र पूर्णिमा 16 अप्रैल को पड़ रही है। मान्यता है इस दिन कुछ खास उपाय करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होती है। चैत्र की पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है। चैत्र की पूर्णिमा के दिन प्रेम पूर्णिमा पति व्रत मनाया जाता है।
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1. पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। ऐसे में इस दिन सुबह स्नान के बाद पीपल में कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है।
2.वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए भी पूर्णिमा तिथि खास मानी जाती है। मान्यता है कि अगर पति-पत्नी साथ में चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं तो उनके वैवाहिक जीवन में मधुरता बरकरार रहती है।