हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में अब तक 121 लोगों की जान चली गयी है, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके साथ ही अब आयोजकों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गयी है। वहीं, आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे, जहां उन्होंने भगदड़ में घायल लोगों से अस्पताल में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना और कुशल चिकित्सकों के नेतृत्व में सभी का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री ने पीड़ितों से मुलाकात की तस्वीर को एक्स पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि, हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में घायल हुए लोगों से आज अस्पताल में भेंट कर उनका कुशल-क्षेम जाना और चिकित्सकों से उनके उपचार के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कुशल चिकित्सकों के नेतृत्व में सभी का समुचित उपचार शीर्ष प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इस कठिन समय में राज्य सरकार पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ पीड़ितों और उनके परिवार के साथ खड़ी है। सभी घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्राप्ति हो, प्रभु श्री राम से यही प्रार्थना है।
क्या खुफिया तंत्र ने रिपोर्ट दी थी
मंगलवार को आयोजित सत्संग में हुई इस घटना के बाद बड़ा सवाल यह कि आखिर इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है? हालांकि सूत्र खुफिया तंत्र की ओर से किसी दुर्घटना के अंदेशे की रिपोर्ट देने का दावा कर रहे हैं। मगर यह बात हजम नहीं हो रही और इस पूरी घटना में खुफिया तंत्र फेल नजर आया है। सूत्रों का दावा है कि खुफिया तंत्र ने सवा लाख तक लोगों के जमा होने का अंदेशा जताया। अगर यह रिपोर्ट दी गई थी तो फिर उसके अनुसार इंतजाम क्यों नहीं किए गए।
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