लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 2017 से पहले कानून व्यवस्था बदहाल थी। महिला सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े होते थे। कानून व्यवस्था खराब होने के कारण निवेश भी नहीं होते थे लेकिन 2017 के बाद से प्रदेश की तस्वीर बदल गई। कानून व्यवस्था सुधरते ही यहां पर निवेश बढ़ गए। जो प्रदेश कभी दंगाग्रस्त हुआ करता था, अपराध को बढ़ाने के लिए कभी कुख्यात हो चुका था।
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आज वही प्रदेश देश के अंदर बेरोजगारी दर पर सबसे अच्छी लगाम लगाने वाले प्रदेश के रूप में जाना जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने ये बातें बुधवार को पुलिस लाइंस मैदान में आयोजित महिला रिक्रूट आरक्षियों के दीक्षांत परेड की सलामी लेने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने आज पुलिस लाइन, लखनऊ में महिला आरक्षी दीक्षांत समारोह-2022 के अवसर पर परेड की सलामी ली।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण तथा उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति-पत्र व पुरस्कार भी वितरित किए। pic.twitter.com/k6ZBOZLMq6
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 5, 2022
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इस दौरान मुख्यमंत्री (Chief Minister Yogi Adityanath) ने विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया। इसके साथ ही सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों केा प्रशास्ति पत्र व पुरस्कार देकर उन्हें सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण दिन है। एक साथ प्रदेश के 15,428 नियुक्तियों का दीक्षांत परेड समारोह आयोजित हो रहा है।
राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट की 519 आरक्षियों के दीक्षांत परेड का साक्षी बनने का अवसर भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में पुलिस विभाग में जो भी भर्तियां हुईं हैं, उसमें बेटियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जिसमें 1.28 लाख रिक्रूट ऐसे हैं जिनकी ट्रेनिंग की प्रक्रिया संपन्न हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख पुलिस की भर्ती की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ पूर्ण हुई है।