Pakistan CryptoCurrency: पाकिस्तान सरकार (Government of Pakistan) ने बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तान (Pakistan) की वित्तीय मामलों की सीनेट स्टैंडिंग कमिटी ने यह फैसला किया है। पाकिस्तान (Pakistan) की वित्त राज्य मंत्री आयशा गौश पाशा (Minister of State for Finance Ayesha Goush Pasha) ने कहा है कि सरकार देश में इसे कभी वैध नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी स्टेट बैंक (SBP) और आईटी मंत्रालय (IT ministry) ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। साथ ही उन्होंने यह सूचना भी दी कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने भी इसे लेकर शर्तें लगाई हैं और क्रिप्टोकरेंसी को अनुमति नहीं दी जा सकती।
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पाकिस्तानी सांसद सलीम मांडवीवाला (Pakistani MP Salim Mandviwala) ने कहा कि पाकिस्तान के अरबों डॉलर क्रिप्टोकरेंसी में लगे हुए हैं। उधर पाकिस्तानी स्टेट बैंक (State Bank of Pakistan) के अधिकारियों ने भी कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी एक फ्रॉड है जिससे कभी मान्यता नहीं दी जा सकती। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की फेडरल इन्वेसटिगेशन एजेंसी और फाइनेंशियल मॉनिटरिंग यूनिट क्रिप्टोकरेंसी में पाकिस्तानियों द्वारा किए गए निवेश के खिलाफ सख्त कदम उठा रही हैं।
क्या कदम उठाया गया?
पाकिस्तान ने देश के इंटरनेट पर मौजूद क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित सभी सेवाओं पर रोक लगाने का फैसला किया है। पाकिस्तानी सरकार ने कहा कि इससे एफएटीएफ (FATF) की दिशा-निर्देश के तहत देश में डिजिटल करेंसी के अवैध लेनदेन पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। दरअसल, एफएटीएफ (FATF) ने पाकिस्तान के सामने शर्त रखी थी कि देश में क्रिप्टोकरेंसी को कभी भी वैध नहीं किया जाए. केंद्रीय मंत्री पाशा ने ही इसकी जानकारी दी। उनकी बात से सहमति जताते हुए पाकिस्तानी स्टेट बैंक (State Bank of Pakistan) के निदेशक सोहेल जावेद ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से बहुत ज्यादा जोखिम जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि एक समय पर 2.8 लाख करोड़ डॉलर का क्रिप्टोकरेंसी का बाजार अब 1.2 लाख करोड़ डॉलर का ही रह गया है।
फंसे हुए पैसों का क्या होगा?
सलीम मांडवीवाला ने पाकिस्तानियों के अरबों रुपये क्रिप्टोकरेंसी में फंसे होने को लेकर चिंता जाहिर की। इस पर केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने कहा कि FIA और FMU इस पर काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान में पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में तेज उछाल देखने को मिला है। ऐसा तब है जब 2018 में ही पाकिस्तानी में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग और माइनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया था।