Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. Delhi Service Bill: दिल्ली सेवा विधेयक अब बना कानून, राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने दी मंजूरी

Delhi Service Bill: दिल्ली सेवा विधेयक अब बना कानून, राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने दी मंजूरी

By शिव मौर्या 
Updated Date

Delhi Service Bill: दिल्ली सेवा विधेयक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद अब ये कानून बन गया है। भारत सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) कानून 2023 को लागू भी कर दिया है। इससे पहले सात अगस्त को संसद से दिल्ली सेवा विधेयक पारित हो गया था। राज्यसभा ने 102 के मुकाबले 131 मतों से ‘दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र शासन संशोधन विधेयक 2023’ को मंजूरी दी थी। दिल्ली सेवा विधेयक को लोकसभा ने तीन अगस्त को पास कर दिया था।

पढ़ें :- Delhi News : ऑस्ट्रेलिया के बिग ब्लैश टी-20 लीग पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 10 आरोपी गिरफ्तार

विपक्ष ने इस विधेयक का किया था विरोध
विपक्षी पार्टियों ने इस विधेयक का जमकर विरोध किया था। अरविंद केजरीवाल ने इस विधेयक को ही 2024 का सेमीफाइनल बताया था। लोकसभा में तो सरकार का बहुमत था इसलिए आसानी से बिल पास हो गया। पेच राज्यसभा में फंसने वाला था लेकिन बीजेडी और वाईआरएस कांग्रेस के सरकार के साथ आने से आसान होगा। राज्यसभा में विपक्ष ने हंगामा किया लेकिन गृह मंत्री ने इसे पेश किया और पास भी करवा लिया। अब यह विधेयक राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून बन गया है जो कि पहले से लागू अध्यादेश की जगह ले रहा है।

केंद्र सरकार लेकर आई अध्यादेश
बता दें कि, मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 11 मई को फैसला सुनाते हुए कहा था कि दिल्ली में जमीन, पुलिस और कानून-व्यवस्था को छोड़कर बाकी सारे प्रशासनिक फैसले लेने के लिए दिल्ली की सरकार स्वतंत्र होगी। अधिकारियों और कर्मचारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग भी कर पाएगी। उपराज्यपाल इन तीन मुद्दों को छोड़कर दिल्ली सरकार के बाकी फैसले मानने के लिए बाध्य हैं। इस फैसले से पहले दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों के स्थानांतरण और तैनाती उपराज्यपाल के कार्यकारी नियंत्रण में थे। हालांकि, कोर्ट के फैसले के एक हफ्ते बाद 19 मई को केंद्र सरकार एक अध्यादेश ले आई।

Advertisement