Dussehra 2021: आज (15 अक्टूबर, 2021) को देशभर में विजयादशमी का महा पर्व मनाया जा रहा है। सदियों से मनाए जाने वाले इस पवित्र त्योहार में कई परंपराएं भी निभाई जाती है। दशहरे के दिन शस्त्र पूजन करने की भी परंपरा है। विजयादशमी पर नीलकंठ पक्षी के दर्शन अत्यंत शुभ होता है। इन्हीं में से एक है दशहरे के दिन पान खाने की परंपरा। लोग इन परंपराओं को बढ़-चढ़कर निभाते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर दशहरे के दिन पान खाने को शुभ क्यों माना जाता है।
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दशहरे पर खाते हैं पान
1. पान को प्रेम और जीत का प्रतीक माना गया है। साथ ही बीड़ा शब्द का भी अपना विशेष महत्व है, जिसे कर्तव्य के रूप में बुराई पर अच्छाई की जीत से जोड़कर देखा जाता है। यही कारण है कि दशहरे पर रावण दहन के बाद पान का बीड़ा खाया जाता है।
2. दशहरे पर पान खाने का एक कारण यह भी है कि साल के इस समय मौसम में बदलाव होता है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में पान खाना सेहत के लिए अच्छा होता है, ये सभी तरह की संक्रामक बीमारियों से आपकी रक्षा करता है।
3. नवरात्रि में कई लोग 9 दिन का उपवास करते हैं. इससे जाहिर तौर पर पाचन क्रिया प्रभावित होती है। ऐसे में पान खाने से भोजन पचाने में आसानी होती है।
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4. दशहरे के दिन पान के बीड़े को रावण दहन से पूर्व हनुमान जी को चढ़ाया जाता है।