छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा अपने बेतुके बयान से सुर्खियों में आ गए हैं। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शराब को लेकर बयान देकर चर्चा का विषय बन गए।आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा अपने जीते जी शराब बंद नही करेंगे।
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उन्होने कहा विदेश में अगर सौ प्रतिशत लोग शराब पीते हैं तो बस्तर में 90 प्रतिशत लोग शराब का सेवन करते हैं। शराब पीने से किसी की मौत नहीं होती है। अधिक शराब सेहत के लिए हानिकारक है थोड़ी थोड़ी पीने से नहीं। आबकारी मंत्री कवासी लखमा प्रियंका गांधी के प्रवास की तैयारियों को देखने के लिए गए थे, जहां उनसे शराबबंदी को लेकर सवाल पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके जीवित रहते शराबबंदी नहीं हो सकती है।
मंत्री कवासी लखमा शनिवार को एक स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के बाद लालबाग मैदान में होने वाली सभा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे, जिस दौरान मीडिया ने उनसे इन दिनों शराबबंदी मामले में पूछा तो उन्होंने कहा कि शराब आदिवासियों की जरूरत है।
मैंने खुद गांव में खेती-बाड़ी की है, हल चलाया है और गड्ढा खोदा है। ऐसे कामों से शाम को हाथ और पैरों में बहुत दर्द होता है। जो भी मजदूर फैक्ट्रियों में काम करते हैं, दिहाड़ी मजदूरी करते हैं, उन्हें बहुत मेहनत करनी होती है। ऐसे कर्मचारी तकलीफ होने की वजह से शराब का सेवन करते हैं।
आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि भाजपा वालों के पास मुद्दा नहीं है, इसलिए शराबबंदी के पीछे पड़े हैं, लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि बस्तर में आदिवासियों की संस्कृति परंपरा और देवी-देवताओं के पूजा-पाठ में शराब की काफी जरूरत होती है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक मैं जीवित हूं बस्तर में शराबबंदी नहीं होगी।