Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. लखनऊ में हुआ फर्जी कॉल सेंटर का भांडाफोर, अमेरिका ने की तारिफ

लखनऊ में हुआ फर्जी कॉल सेंटर का भांडाफोर, अमेरिका ने की तारिफ

By Satish Singh 
Updated Date

नई दिल्ली। भारत में यूएस एम्बेसी (US Embassy) ने बुधवार को बताया कि भारतीय और अमेरिकी एजेंसियां ​​इंटरनेशनल नेटवर्क को खत्म करने और भविष्य में होने वाले स्कैम को रोकने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। यह बयान लखनऊ में एक गैर-कानूनी कॉल सेंटर (illegal call centers) पर कार्रवाई के बाद आया, जो अमेरिकी नागरिकों को टारगेट कर रहा था। एक्स पर एक पोस्ट में यूएस एम्बेसी ने कहा कि भारत के सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन (Central Bureau of Investigation) ने यूएस नागरिकों को टारगेट करने वाले एक गैर-कानूनी कॉल सेंटर को खत्म कर दिया है और ट्रांसनेशनल साइबरक्राइम नेटवर्क के एक मुख्य ऑपरेटिव को गिरफ्तार किया है।

पढ़ें :- युवराज सिंह पहुंचे प्रवर्तन निदेशालय कई घंटो तक चली पूछताछ

यूएस एम्बेसी (US Embassy) ने ने कहा कि कोऑर्डिनेटेड इंटेलिजेंस और निर्णायक कार्रवाई (Coordinated Intelligence and Decisive Action) के ज़रिए, हमारी एजेंसियां ​​भविष्य में होने वाले स्कैम को रोकने और हमारे नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए इंटरनेशनल नेटवर्क को खत्म करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। आपके लगातार सपोर्ट के लिए धन्यवाद। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन ने एक ट्रांसनेशनल साइबरक्राइम नेटवर्क (Transnational Cybercrime Network) के ऑपरेशन से जुड़े एक मुख्य फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है और लखनऊ में एक अवैध कॉल सेंटर (An illegal call centre in Lucknow) का भंडाफोड़ किया है। जो कथित तौर पर यूएस नागरिकों को टारगेट कर रहा था। एजेंसी ने एक रिलीज़ में कहा कि। सीबीआई के अनुसार एजेंसी ने 24 सितंबर, 2024 को एक केस दर्ज किया था और पहले आरोपी से जुड़ी कई जगहों पर बड़े पैमाने पर तलाशी ली थी। सितंबर 2024 में एजेंसी ने पुणे, हैदराबाद और विशाखापत्तनम में चल रहे चार गैर-कानूनी कॉल सेंटर बंद कर दिए। एजेंसी ने कहा कि एक मुख्य ऑपरेटिव जो पुणे और विशाखापत्तनम में गैर-कानूनी कॉल सेंटर VC Infrometrix Pvt.Ltd को शुरू करने और चलाने में अहम था। केस रजिस्टर होने की तारीख से ही फरार था। उसे पकड़ने के लिए सीबीआई ने पुणे के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट से वारंट लिया। सीबीआई ने फरार ऑपरेटिव को 20 नवंबर 2025 को लखनऊ में उसके घर से गिरफ्तार किया। रिलीज में कहा गया है कि उसके ठिकानों की तलाशी के दौरान एजेंसी को 14 लाख रुपए कैश, मोबाइल फोन और कथित क्राइम से जुड़े आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट्स मिले। सीबीआई ने कहा कि उसने लखनऊ में निमार द्वारा चलाए जा रहे एक और गैर-कानूनी कॉल सेंटर का भी भंडाफोड़ किया, जो इसी तरह यूएस नागरिकों को टारगेट कर रहा था। गैर-कानूनी कॉल सेंटर की तलाशी में 52 लैपटॉप मिले, जिनमें साइबरक्राइम नेटवर्क चलाने में कथित तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले डिजिटल सबूत थे। CBI ने कहा कि जांच चल रही है।

Advertisement