नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बॉर्डर्स पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन लगातार जारी है। सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर प्रेस वार्ता के दौरान किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को घोषणा करते हुए कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में अपनी प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड निकालेंगे।
पढ़ें :- Promotion of IAS officers : योगी सरकार ने 95 आईएएस अधिकारियों को दिया क्रिसमस गिफ्ट, 18 बने सचिव, पढ़िए लिस्ट
किसान नेताओं ने कहा कि हम 26 जनवरी को पर दिल्ली में बाहरी रिंग रोड पर एक ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। उन्होंने कहा परेड बहुत शांतिपूर्ण होगी। गणतंत्र दिवस परेड में कोई भी व्यवधान नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि परेड में उपयोग होने वाले ट्रैक्टरों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाएगा। वहीं कई किसानों ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक वे कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। इसके साथ ही हरियाणा और दिल्ली पुलिस से किसान नेताओं ने सहयोग करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, हमारे ट्रैक्टर मार्च से किसी भी राष्ट्रीय विरासत स्थलों, या किसी अन्य साइट पर कोई खतरा नहीं होगा।
किसानों ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड में वाहनों की झांकियां शामिल होंगी, जो ऐतिहासिक क्षेत्रीय और अन्य आंदोलनों के प्रदर्शन के अलावा विभिन्न राज्यों की कृषि वास्तविकता को दर्शाएंगी। किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि इस दौरान किसी भी सियासी पार्टी के झंडे की इजाजत नहीं दी जाएगी।