UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ताबड़तोड़ रैलियां कर रही हैं। गुरुवार को ललितपुर (Lalitpur) में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार (Yogi Sarkar) पर जमकर निशाना साधा। साथ ही कोरोना संकट काल से लेकर किसान, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि, यह मुख्यमंत्री खुद को योगी कहते हैं लेकिन यह योगी नहीं है क्योंकि योगी दूसरों का दुख समझते हैं हमने यही गीता में पड़ा है बताओ यह मुख्यमंत्री योगी है कि नहीं?
पढ़ें :- नौतनवा में छापेमारी में तस्करी के लिए रखा लाखों का कपड़ा और कास्मेटिक पकड़ा गया
जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने पूछा कि, बताइए आपको दवाई, ऑक्सीजन, अस्पताल के लिए लाइन में लगना पड़ा कि नहीं लगना पड़ा। ललितपुर के लोगों मन बना लो इस बार ऐसी वोट की लाइन में लगना की इनको पता ना चले कहां गए यह लोग? उन्होंने कहा कि, यहां का किसान अन्ना जानवरों से भी परेशान। किसान मेहनत करके जैसे तैसे अपनी फसल खड़ी कर भी लें तो पता नहीं कहां से बुलडोजर वाली सरकार के बुल आ जाएं और पूरी फसल को नष्ट कर दें।
पुलिस को पता नहीं क्या हुआ भाजपा सरकार में पुलिस भी बर्बाद हो गई। सपा सरकार में जब 100 नंबर था तो पुलिस ठीक थी यह इंतजाम इसलिए किया था। ताकि हमारा गरीब, हमारा किसान को अगर कोई तकलीफ हो तो पुलिस का 100 नंबर मिलाएं और 100 नंबर मिलाते ही पुलिस उनकी मदद के लिए पहुंच जाएं। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि, भाजपा ने सपा सरकार के 100 नंबर को 112 कर दिया और पुलिस का कबाड़ा कर दिया। ना जाने उत्तर प्रदेश में पुलिस थानों में कितने लोग मार दिए गए उत्तर प्रदेश नंबर वन है पुलिस कस्टोडियल डेथ के मामलों में।
सरकार को घेरते हुए अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने कहा कि, जब किसान अपना हक मांगने निकले, तो इसी भाजपा सरकार के केंद्रीय राज्यमंत्री ने किसानों पर जीप चढ़ा दी। ये है अन्याय। साथ ही उन्होंने कहा कि, सत्ता में बैठे राजनेताओं ने मुझे वंशवाद की राजनीति के लिए हमेशा बदनाम किया है लेकिन मैं आप सभी से बस इतना कहना चाहता हूं कि परिवार के हर सदस्य का दर्द एक परिवार का आदमी ही समझ सकता है। अखिलेश ने कहा कि, सपा सरकार के दौरान, हमने गरीबों को चावल, आलू, घी और दूध के साथ अपने समाजवादी पैकेट वितरित किए लेकिन सरकार आज ऐसा कोई कदम नहीं उठा रही है।