नई दिल्ली: प्रेगनेंसी हर महिला के लिए बहुत ही बेहतरीन अहसास होता है लेकिन गर्भपात महिला के लिए दर्दनाक होने के साथ बहुत ही ज्यादा परेशान कर देने वाला अनुभव होता है। खासकर जब महिला प्रेगनेंसी के लिए ट्राई कर रही हो और महिला का गर्भपात हो जाये। कुछ महिलाएं जो बच्चा नहीं चाहती है वो दवाई खाकर या डॉक्टर की मदद से गर्भपात करवाती है। और कुछ महिलाओं का गर्भ अपने आप ही गिर जाता है। साथ ही कुछ ऐसे भी होते हैं जहां महिला का एक के बाद एक गर्भपात हो जाता है। आज इस आर्टिकल में हम आपसे बार बार गर्भपात होने के कारण व् उसके उपाय के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं।
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क्यों हो जाता है बार बार गर्भपात
जिन महिलाओं को शुगर, थायरॉयड जैसी शारीरिक बीमारियां होती है उनका गर्भ गिरने का खतरा अधिक होता है।
जो महिलाएं PCOD की समस्या से ग्रसित होती है उन महिलाओं का भी बार बार गर्भपात हो जाता है।
महिला या पुरुष यदि किसी एक के भी क्रोमोसोम में असंतुलन होता है तो इस कारण भी बार बार गर्भपात हो जाता है।
महिला शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन के स्तर में कमी का होना भी इस समस्या का कारण होता है।
बच्चे दानी का कमजोर होना या बच्चे दानी में गाँठ होने के कारण भी महिला का बार बार गर्भपात हो जाता है।
बॉडी में हार्मोनल इम्बैलेंस होना भी इस समस्या का कारण होता है।
इम्युनिटी से जुडी समस्या होने के कारण भी महिला को यह समस्या हो सकती है।
जो महिलाएं बहुत ज्यादा धूम्रपान करती है उन्हें भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
यदि कोई महिला पैंतीस इस उससे ज्यादा उम्र के बाद गर्भधारण की कोशिश करती है उनका गर्भपात होने का खतरा बहुत अधिक होता है।
जो महिलाएं प्राइवेट पार्ट में संक्रमण की समस्या से जूझ रही होती है उनका गर्भ भी बार बार गिर सकता है।
जिन महिलाओं के गर्भाशय का आकार सही नहीं होता है उन्हें भी यह दिक्कत हो सकती है क्योंकि इस कारण गर्भाशय में भ्रूण का प्रत्यारोपण नहीं हो पाता है।
जो महिलाएं घर में गर्भपात के लिए बार बार गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है उन्हें भी यह परेशानी हो सकती है।
बार बार गर्भपात की समस्या से बचने के टिप्स
यदि किसी महिला को बारे बार गर्भपात हो रहा है तो महिला को कुछ टिप्स का ध्यान रखना चाहिए। जिनसे महिला को इस परेशानी से बचने और आसानी से गर्भधारण करने में मदद मिल सकती है।
डॉक्टर से करवाएं जांच
सबसे पहले तो महिला और पुरुष दोनों को डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। जिससे की किस शारीरिक समस्या की वजह से आपको यह दिक्कत हो रही है उसका पता लगाया जा सके और उसका इलाज हो। जैसे की संक्रमण है, शुगर या थायरॉयड है, क्रोमोसोम से जुडी समस्या है, बच्चेदानी से जुडी परेशानी है, PCOD है, आदि। और उसके बाद डॉक्टर की सलाह के लेने पर महिला गर्भाधारण को ट्राई करें।
कंसीव करने से पहले ही तैयारी करें शुरू
प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के तीन से छह महीने पहले ही महिला को फोलिक एसिड व् अन्य विटामिन्स का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए साथ ही टीकाकरण भी करना चाहिए। जिससे की प्रेगनेंसी में आने वाली कॉम्प्लीकेशन्स को कम करने में मदद मिल सके।
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गर्भधारण की सही उम्र का ध्यान रखें
यदि आप चाहती है की आपको प्रेगनेंसी में कोई परेशानी नहीं हो, बार बार गर्भपात नहीं हो तो इसके लिए आपको प्रेगनेंसी के लिए अपनी सही उम्र का ध्यान रखना चाहिए।
जीवनशैली में बदलाव
बार बार गर्भपात की समस्या से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना बहुत जरुरी होता है। जैसे की महिला को नींद भरपूर लेनी चाहिए, पोषक तत्वों से युक्त डाइट लेनी चाहिए, योगासन करना चाहिए, खुश रहना चाहिए तनाव नहीं लेना चाहिए, नशीली चीजें जैसे की धूम्रपान अल्कोहल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए, रूटीन चेकअप करवाना चाहिए, आदि।
गर्भपात के तुरंत बाद न करें गर्भधारण
यदि कोई महिला गर्भपात के तुरंत बाद गर्भधारण की कोशिश करती है तो इस कारण महिला का गर्भ गिरने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में यदि महिला गर्भपात होने के बाद जब तक पूरी फिट न हो जाएँ तब तक कंसीव करने की कोशिश नहीं करें। और कंसीव करने से पहले एक बार डॉक्टर से जांच करवाएं।
बार बार गर्भपात की समस्या से बचने के घरेलू नुस्खें
हींग का सेवन अपने खाद्य पदार्थों में करें इससे गर्भपात का खतरा कम होता है।
एक गिलास दूध में एक गाजर का जूस मिलाकर उबालें और उसके आधा रह जाने पर नियमित करें इससे भी गर्भपात का खतरा कम होता है।
पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें जैसे की हरी सब्जियों, दालों, साबुत अनाज, फलों आदि का भरपूर सेवन करें।
जिन महिलाओं का गर्भपात बार बार हो जाता है उनके लिए लौकी का जूस पीना या लौकी की सब्ज़ी रोजाना खाना बहुत फायदेमंद होता है।
गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करें जैसे की भारी सामान नहीं उठाएं, पेट के भार कोई काम नहीं करें, यात्रा नहीं करें, डॉक्टर से बिना पूछें दवाइयों का सेवन नहीं करें, आदि यदि महिला इन छोटी छोटी बातों का ध्यान रखती है तो इससे महिला को गर्भपात से बचे रहने में मदद मिलती है।
पुदीना, पपीता, अनानास व् अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचे जिनका सेवन करने के कारण गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
तो यह हैं बार बार गर्भपात होने के कारण व् उसे बचने के टिप्स, यदि आपको भी यह समस्या है तो आपको भी डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलना चाहिए। और इन टिप्स को ध्यान रखते हुए डॉक्टर से अपना ट्रीटमेंट शुरू करवाना चाहिए ताकि आपको भी प्रेगनेंसी के अनोखे अनुयभाव को महसूस करने में मदद मिल सके।