नई दिल्ली। कल वित्त मंत्रालय ने बचत खातों में जमा राशि पर वार्षिक ब्याज को 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया था। इतना ही नहीं मंत्रालय ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पर अब तक 7.1 फीसदी वार्षिक ब्याज को घटाकर भी 6.4 फीसदी कर दिया था। एक साल के लिए जमा राशि पर तिमाही ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी किया गया था।
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बुजुर्गों को बचत योजनाओं पर अब 7.4 फीसदी की जगह केवल 6.5 फीसदी तिमाही ब्याज देने की घोषणा की गई थी। कहा गया था कि नई दरें 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी और 30 जून 2021 तक प्रभावी रहेंगी। ये कुछ बदलाव थे जो कल मंत्रालय के द्वारा किये गये थे।
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 1, 2021
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लेकिन आज सरकार ने कल के अपने किये गये फैसले व बदलाव को वापस ले लिया है जिसकी जानकारी केंद्रीय वित्तमंत्री निर्माला सीतारमण ने खुद ट्वीट करके दी है। उन्होंने लिखा है कि ये गलतीवश हो गया था। अब सभी छोटी बचतों पर पुरानी यानी 2020-21 की दरें लागू होंगी।