नई दिल्ली। अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह (Former Afghan Vice President Amrullah Saleh) काबुल (Kabul) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौजूदा वक्त में वह तजाकिस्तान (Tajikistan) में रह रहे हैं। सालेह ने 49 दिनों के बाद ट्विटर पर पाकिस्तान (Pakistan) को जमकर लताड़ा है।
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उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जे के ढाई महीने बाद के नतीजे-
जीडीपी में 30 फीसदी की गिरावट (अनुमानित)।
गरीबी का स्तर 90 फीसदी।
शरियत के नाम पर महिलाओं की घरेलू गुलामी।
सिविल सर्विस डाउन।
प्रेस/मीडिया/अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक।
शहरी माध्यम वर्ग चले गए।
बैंक ठप हैं।
अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) कहा कि अफगानिस्तान कूटनीति (Afghanistan Diplomacy) का स्थान दोहा स्थानांतरित। अफगानिस्तान (Afghanistan) की विदेश और सुरक्षा से जुड़े फैसले अब रावलपिंडी से लिए जा रहे। तालिबान (Taliban) से अधिक शक्तिशाली एनजीओ हैं। पाकिस्तान सेना (Pakistan Army) और हक्कानी ग्रुप (Haqqani Group) ने आतंकियों को ट्रेनिंग देने में लगी हुई है। अमरुल्लाह सालेह (Amrullah Saleh) ने पाकिस्तान (Pakistan) को लताड़ते हुए कहा है कि अफगानिस्तान (Afghanistan) बहुत बड़ा है जिसे पाकिस्तान (Pakistan) निगल नहीं सकता है। ये वक्त की बात है। हम उन सभी मामलों में प्रतिरोध करेंगे जिसके कि हम हमारी सम्मान की रक्षा पाकिस्तानी (Pakistani) आधिपत्य से कर सकें। ये वक्त की बात है लेकिन हम अफगानिस्तान (Afghanistan) के उदय को जरूर देखेंगे।