लखनऊ। मच्छरों का लार्वा खाने वाली मछली गंबूसिया के जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को राजकीय निशातगंज इंटर कालेज में किया गया। बच्चों और शिक्षकों को इस मछली के बारे में जानकारी दी गयी। इसका उत्पादन बच्चे घरों में कैसे करें? इसके बारे में बताया गया।
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इस प्रयास से हम मच्छरों को निंयत्रित कर सकते हैं और उससे फैलने वाली बीमारियों से बच सकते हैं : मत्स्य विशेषज्ञ इंद्र मणि राजा
मत्स्य विशेषज्ञ इंद्र मणि राजा ने एक एक्वेरियम और गंबूसिया मछली के कई जोड़े कालेज के प्राचार्य रामेश्वर प्रसाद को बायो लैब के लिए भेंट किया। इस दौरान उपस्थित बच्चों को इंद्रमणि राजा ने बताया कि गंबूसिया मछली को घर में पड़े किसी भी वेस्ट टब या बाल्टी में आसानी से रख सकते हैं। उनकी ब्रीडिंग कराकर उत्पादित मछलियों को आसपास के नाले नालियों में डाल सकते हैं। जिससे यह मच्छरों के लार्वा को खानें लगेगी। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से हम मच्छरों को निंयत्रित कर सकते हैं और उससे फैलने वाली बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने बच्चों को मछली और पानी आदि के बारे में जानकारी दी और बच्चों से इससे जुड़े कई प्रश्न पूछे और बच्चों को उपहार भी दिया। बच्चों को गंबूसियां मछली के पालन को लेकर एक पम्पलेट भी वितरित किया और अपने घरों में उसी अनुसार तैयारी करने के बारे में बताया।
उन्होंने कालेज के प्रिंसपल रामेश्वर प्रसाद को एक एक्वेरियम,गंबूसिया मछली के कई जोड़े उपहार के तौर पर दिये। जिसे कालेज के बायो लैब में स्थापित किया जायेगा ।बच्चों के समूह उसको संचालित कर गंबूसिया मछली का पालन और उत्पादन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान कालेज के कई कक्षाओं के बच्चों सहित अमित श्रीवास्तव,श़त्रोहन जायसवाल,श्रीमति श्रुति उपरेति,शारिब सिद्दकी, और सत्यम शिवंम आदि शिक्षक मौजूद रहे।