नई दिल्ली। हिंडनबर्ग (Hindenburg) के हमलों ने अडानी समूह का साम्राज्य हिला दिया है। अडानी समूह के शेयर (Adani Share) लगातार धराशाही हो रहे हैं। हिंडनबर्ग (Hindenburg) का भूत अडानी के पीछे ऐसे पड़ा कि एक महीने पहले दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर शुमार इस बिजनेस टायकून अब लुढ़क कर 38वें स्थान पर आ गए हैं। पिछले एक महीने में भी इनकी दौलत 124 अरब डॉलर से 33.3 अरब डॉलर रह गई है। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स (Forbes Real Time Billionaire Index) में आज अडानी 38 वें नंबर पर है। अब उनका रुतबा एशिया के अमीरों में भी घटा है। उनके ऊपर अमेरिकी बिजनेसमैन लेन ब्लावात्निक (Len Blavatnik) पहुंच गए हैं।
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मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) न केवल अब भारत के सबसे बड़े अरबति हैं, बल्कि एशिया के भी सबसे बड़े रई बन गए हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स में 8वें स्थान पर हैं। अडानी समूह (Adani Group) की तरफ से हिंडनबर्ग (Hindenburg) रिसर्च की नकारात्मक रिपोर्ट पर दिए गए तमाम स्पष्टीकरण के बाद भी इसके शेयरों में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है।, अडानी पोर्ट्स, अडानी विल्मर, एसीसी, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अंबुजा सीमेंट्स और एनडीटीवी सभी अपने निवेशकों को कंगाल कर रहे हैं। सर्वाधिक नुकसान अडानी टोटल गैस लिमिटेड को हुआ है जिसके बाजार मूल्यांकन में 80.68 प्रतिशत की बड़ी गिरावट हो चुकी है।
अडानी को हर दिन करीब 3 अरब डॉलर का नुकसान
हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट 24 जनवरी को प्रकाशित हुई और अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का सिलसिला 27 जनवरी से शुरू हुआ। पिछले एक महीने में करीब 90 अरब डॉलर की संपत्ति गंवाने वाले गौतम अडानी की संपत्ति में हर दिन औसतन 3 अरब डॉलर की सेंध लगी । अगर केवल कारोबारी दिनों को काउंट करें तो यह आंकड़ा करीब 4 अरब डॉलर प्रति कारोबारी दिन पड़ रहा है।