लखनऊ: प्रति व्यक्ति आय में राजधानी लखनऊ एटा से नीचे पांचवें स्थान पर तो गौतमबुद्धनगर जिला प्रदेश में अव्वल है। वहीं, प्रति व्यक्ति आय में पूर्वांचल का बहराइच जिला सबसे फिसड्डी है। उत्तर प्रदेश के अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग की ओर से जारी प्रति व्यक्ति के वार्षिक आय की रिपोर्ट से यह सामने आया है। मंडल का एटा जिला प्रति व्यक्ति आय में उत्तर प्रदेश में चौथे स्थान पर है और प्रति व्यक्ति आय में अलीगढ़ 30वें स्थान पर है।
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2016-17 से 2018-19 के आंकड़ों पर नजर दौड़ाए तो महोबा जिला की प्रति व्यक्ति वार्षिक आए 2017-18 से लगभग साढ़े 13 हजार घटकर 75579 पर पहुंच गया है, जो 2016-17 से भी 2500 रुपये वार्षिक आय कम है। यूपी के गौतमबुद्धनगर इकलौता जिला है जहां की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय पांच लाख से अधिक है। वहीं, राजधानी लखनऊ समेत मेरठ और एटा जिले की प्रति व्यक्ति वार्षिक आए एक लाख से अधिक है। बाकी उत्तर प्रदेश के 71 जिलों में प्रति व्यक्ति वार्षिक आए एक लाख से कम ही है। सूबे के 46 जिलों में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय एक लाख से 50 हजार के कम तो बाकी 25 जिलो में प्रति व्यक्ति वार्षिक आए 50 हजार से कम है।
2017-18 की तुलना में 2018-19 में हाथरस जिले के प्रति व्यक्ति की वार्षिक आय दो गुना बढ़ गई। 2016-19 में जहां प्रति व्यक्ति मासिक आय 4622 थी, वहीं 2017-18 में 325.16 रुपये बढ़कर 4976.91 हो गया। 2018-19 में 3061.34 बढ़कर 8038.25 हो गई है। वहीं सूबे में सबसे ज्यादा हाथरस में तेजी से प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। सबसे तेजी से घटी महोबा जिला की प्रति व्यक्ति आय: 2016-17 में महोबा के प्रति व्यक्ति की मासिक आय 6506.58 रुपये थी। वहीं 2017-18 में मासिक आर्य 913 रुपये बढ़कर 7419.58 हो गई। वहीं 2018-19 में प्रति व्यक्ति मासिक आय 1062.75 रुपये घटकर 6298.25 पहुंच गई।