गाजियाबाद। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े 24 लोगों की मौत के बाद गाजियाबाद में हड़कंप मचा हुआ है। अफसरों और ठेकेदारों की मिलीभगत से हुए भ्रष्टाचार के कारण ये दर्दनाक हादसा हुआ है। हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। वहीं, इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एफआईआार दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
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मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि ठेकेदार अभी फरार है। वहीं, इस घटना के बाद मुरादनगर के लोग बेहद आक्रोशित हैं और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते मेरठ तिराहे से मुरादनगर तक भीषण जाम लग गया है। यह जाम मेरठ की सीमा में पहुंच चुका है।
इसके साथ ही मुरादनगर के उखलारसी के पास शव रख कर परिजनों ने जाम लगा दिया है। नाराज प्रदर्शनकारी सीएम को बुलाने की मांग कर रहे हैं। जाम के चलते राजनगर एक्सटेंशन से मुरादनगर की तरफ जाने वाले वाहनों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसी के चलते रूट डायवर्जन किया गया।
मुरादनगर दो जगह रखे कुल सात शव लगाया जाम
मुरादनगर श्माशान घाट में हुए हादसे में मृतकों के परिजनों मुरादनगर में दो जगह जाम लगा दिया है। एक जगह चार शव और दूसरी जगह तीन शव रख परिजन प्रदर्शन कर रहे हैं। शव को रोड पर रखकर परिजन 15 लाख रुपये, एक सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। जाम लगने के बाद प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।
तीन आरोपी गिरफ्तार
इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष शामिल हैं। ठेकेदार अजय त्यागी व अन्य अज्ञात लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। यह जानकारी एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने दी है।
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