लखनऊ: सोमवार भगवान शिव को समर्पित है। सोम यानी चंद्रमा का दिन। इसी के नाम से सप्ताह के शुरुआती दिन को सोमवार भी कहा जाता है। सोम को अमृत कहा जाता है क्योंकि वह कभी नष्ट नहीं होता अर्थात सोम ऊर्जा है। इस दिन सुबह उठकर आप भगवान शिव के दर्शन कर शिव चालीसा या शिवाष्टक का पाठ कर सकते हैं। इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपकी समस्याएं अपने आप हल होती जाती हैं।
पढ़ें :- Kharmas 2024 : साल 2024 का आखिरी खरमास इस तारीख से हो जाएगा शुरू, नहीं करना चाहिए मांगलिक कार्य
श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार को अत्यंत मंगलकारी माना गया है। गौरतलब है कि सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। सुबह बेलपत्र (बिल्व) पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर मनोरथ बोलकर शिवलिंग पर अर्पित करें। सोमवार के दिन सुबह किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। यह दूध किसी तांबे के बर्तन में लाकर अपने व्यवसाय स्थल में पूर्ण श्रद्धा के साथ छिड़क दें और ‘ॐ नम: शिवाय:’ का जप करते रहें। आपके व्यवसाय में वृद्धि होगी।
महामृत्युंजय मंत्र
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्.
ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ.
शिव मंत्र- ऊँ नम: शिवाय.