Heart Attack In Cold Weather : ठंड के मौसम में दिल के मरीजों को विशेष ख्याल रखना चाहिए। ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते है। अधिक ठंड पड़ने से बच्चों और बुजुर्गों के साथ गर्भवती महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती है। अधिक सर्दी पड़ने से हमारे खून की नसें सिकुड़ने लगती हैं। इससे बीपी (blood pressure) भी बढ़ जाता है। रक्त चाप बढ़ते ही हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
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ठंड के मौसम में हमारे खून की नसें सिकुड़ने लगती हैं। इससे बीपी (blood pressure) भी बढ़ जाता है। रक्तचाप बढ़ते ही हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही सर्दी में लोगों के शरीर में खून के थक्के (खून जमना) बनने लगते हैं जिसकी वजह से heart attack आने की संभावना बढ़ जाती है।
ठंड से बचने के लिए फुल बाजू और मल्टी लेयर के कपड़े पहने। जरूरी काम होने पर ही बुजुर्गों को घर से बाहर निकलना चाहिए। ठंड में सुबह सुबह सैर करने से खून के थक्के जम सकते हैं। इसके कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। अपने हाथ और पैरों को हमेशा गर्म रखें और सिर को ढकने के लिए ऊनी टोपी का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आपके शरीर में गर्माहट बनी रहेगी।
ठंड में शरीर के अंदर ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है। इसकी रक्त वाहिकाओं में सूजन आ सकती है। इससे बचने के लिए अपने पैरों को अच्छी तरह से ढक कर रखें। पैरों को गुनगुने पानी में भिगोकर कुछ देर बैठने से पैरों के दर्द से आराम मिलेगा।