नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अमेरिकी दौरे पर जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी (Georgetown University) में छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से जब यह पूछा गया कि जाति के आधार पर आरक्षण कब तक जारी रहेगा? इस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब देश में निष्पक्षता होगी। फिलहाल देश में ऐसी स्थितियां नहीं हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ये बयान जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी (Georgetown University) के छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए दिया है।
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Watch: Interaction with Students & Faculty | Georgetown University | Washington DC, USA https://t.co/pgTH4la6OJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 10, 2024
उन्होंने कहा कि जब आप वित्तीय आंकड़ें देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपए मिलते हैं और ओबीसी (OBC) को भी लगभग इतनी ही धनराशि मिलती है, लेकिन वास्तविकता यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। राहुल गांधी ने कहा कि समस्या यह है कि देश के 90 फीसदी लोगों को समान अवसर नहीं मिल रहे हैं। देश के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें। मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं। मुझे ओबीसी (OBC) का नाम दिखाएं। मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी (OBC) है। वे भारत के 50 फीसदी हैं। आरक्षण एकमात्र टूल नहीं है और भी टूल हैं।
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The caste census is now an unstoppable idea.
The critical question of whether 90% of our population is meaningfully represented in India’s institutional structure – economy, government, education – demands an answer. At its core, this is an issue of fairness and justice.… pic.twitter.com/gxvmz0di65
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 10, 2024
यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि वह बीजेपी के प्रस्ताव की जानकारी होने पर ही इस पर टिप्पणी करेंगे। बीजेपी (BJP) ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का प्रस्ताव रख रही है। हमने अभी इसे देखा नहीं है। हमें नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं? इसलिए इस पर टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है।
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इससे पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वर्जीनिया में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) यह नहीं समझते कि यह देश सभी का है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वर्जीनिया में प्रवासी भारतीयों के समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस कहती है कि कुछ राज्य अन्य राज्यों की तुलना में कमतर हैं। कुछ भाषाएं अन्य भाषाओं से कमतर हैं। कुछ धर्म अन्य धर्मों की तुलना में कमतर हैं। इसी तरह कुछ समुदाय अन्य समुदायों की तुलना में कमतर हैं।
नेता प्रतिपक्ष राहुल ने कहा कि आरएसएस (RSS) की विचारधारा यही है कि वे सोचते हैं कि तमिल, मराठी, बंगाली और मणिपुरी ये भाषाएं कमतर हैं। हमारी लड़ाई इसी के बारे में हैं। दरअसल ये लोग (RSS) भारत को नहीं समझते। हम सोचते हैं कि आप चाहे पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र या किसी भी राज्य से हो। आप सभी का अपना इतिहास, परंपरा और भाषा है और हर किसी की समान अहमियत है।
देवता वह है जो साफ दिल का और पूरी तरह से पारदर्शी है : राहुल गांधी
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इससे पहले अपने अमेरिकी दौरे के पहले दिन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास (University of Texas) में छात्रों और शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए बेरोजगारी और महंगाई से लेकर शिव और बुद्ध तक पर चर्चा की थी। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने देवता शब्द का अर्थ बताते हुए कहा था कि देवता आखिर कौन होता है? देवता ऐसा शख्स है, जिसकी अंदरूनी भावनाएं ठीक वैसी ही होती हैं, जैसी उसकी बाहरी अभिव्यक्ति। इसका सीधा सा मतलब है कि जो साफ दिल का शख्स है और पूरी तरह से पारदर्शी है। वह देवता है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शिव के विचार पर भी अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि आप शिव के विचार के बारे में जानते हैं? जब वे कहते हैं कि शिव विनाशक हैं। वह किसका विनाश कर रहे हैं? खुद का। यही विचार है। वह अपने अहं, अपनी संरचना और अपनी मान्यताओं का विनाश कर रहे हैं। इस तरह भारतीय राजनीति का विचार आगे बढ़ना है।