नई दिल्ली। आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गये महिला क्रिकेट वनडे विश्व कप के फाइनल मैच में कंगारु महिलाओं ने इंग्लैंड की टीम को 71 रन से हरा कर सातवीं बार खिताब पर कब्जा जमा लिया है। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 356 रन बनाए। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम 285 रन नही बना पाई और यह मैच 71 रन से हार गई।
पढ़ें :- Video-यूपी में योग्यता नहीं बाबा कृपा पर मिलेगी नौकरी,राम भद्राचार्य ने जब मंच पर ही कर दी समीक्षा अधिकारी बनाने की सिफारिश!
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार शुरुआत की। अलिसा हीली और रेचल हायेंस ने पहले विकेट के लिए 160 रन जोड़े। यह विश्व कप फाइनल में सबसे बड़ी साझेदारी थी। इसके बाद हीली ने मूनी के साथ 156 रन की साझेदारी की। विश्व कप फाइनल में यह दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी। हीली ने रिकॉर्ड 170 रन बनाए। वहीं हायेंस ने 68 और मूनी ने 62 रन की पारी खेली।
अंत में पेरी ने 17 रन बनाकर अपनी टीम का स्कोर निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 356 रन बनाए। 357 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 12 रन के स्कोर पर वैय पवेलियन लौट गईं। उन्होंने सिर्फ चार रन बनाए। इसके बाद बेमाउंट और कप्तान हीदर नाइट भी चलती बनीं।
86 रन के अंदर तीन विकेट गंवाकर इंग्लैंड की टीम बड़ी हार की तरफ बढ़ रही थी, लेकिन नताली शिविर ने शतक लगाकर हार का अंतर कम किया। दूसरे छोर पर कोई भी बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे सकी और इंग्लैंड की टीम 43.4 ओवरों में 285 रन ही बना पाई। शिविर 148 रन बनाकर नाबाद रहीं। ऑस्ट्रेलिया के लिए किंग और जॉनसन ने तीन-तीन विकेट लिए। वहीं स्कट को दो विकेट मिले। गार्डनर और मैकग्राथ ने एक-एक विकेट लिया।