लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार लखनऊ में ‘ग्रीन भारत समिट’ के शुभारंभ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने कहा, ये जो आपदाएं कहीं और से नहीं मनुष्य के द्वारा स्वयं अपने लिए खड़ा किया जा रहा है। इसलिए केवल ये भारत की समस्या नहीं है। भारत से खराब स्थिति दुनिया के तमाम उन तथाकथित विकसित देशों की भी है, जो आर्थिक समृद्धि तो प्राप्त की लेकिन उसके बचाव के लिए कोई काम नहीं किया। दुनिया में अगर जीव सृष्टि को बचाना है तो हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम कार्बन उत्सर्जन को जीरो तक पहुंचाएं, नेट जीरो के लक्ष्य को हम प्राप्त करें।
पढ़ें :- योगी सरकार का बड़ा फरमान, राज्यकर्मी 31 जनवरी तक कर लें ये काम, वर्ना नहीं होगा प्रमोशन और गिरेगी गाज
साथ ही कहा, हम लोगों ने LED स्ट्रीट लाइट के अभियान को आगे बढ़ाया…वर्ष 2017-18 और 2018-19 में उत्तर प्रदेश में हेलोजन लाइट को हटाकर 16 लाख LED स्ट्रीट लाइट लगाई गईं।
दुनिया में अगर जीव सृष्टि को बचाना है तो हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम कार्बन उत्सर्जन को जीरो तक पहुंचाएं, नेट जीरो के लक्ष्य को हम प्राप्त करें… : #UPCM @myogiadityanath
https://t.co/HQn730fy4d pic.twitter.com/KlrDIYwg1Q — CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 30, 2024
पढ़ें :- जो आदर्श सिख गुरुओं ने हम सबके लिए रखा है, वही हम सबको आगे बढ़ने के लिए एक नई ऊर्जा देगा: सीएम योगी
सीएम ने कहा, इंसेफेलाइटिस बीमारी का कारण था…प्रदूषित जल और गंदगी। आज हर घर के पास शौचालय बन गए। ‘हर घर नल’ अभियान चलाकर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराई गई।
वर्ष 1977 से 2017 तक यह बीमारी 40 हजार बच्चों को निगल गई थी। उसी बीमारी को हम लोगों ने मात्र 2 वर्षों में नियंत्रित किया। आज इंसेफेलाइटिस से कोई मौत नहीं होती है।