Eye Flu : देश के कई राज्यों में इन दिनों कंजंक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू या पिंक आई के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। आई फ्लू खासकर, दिल्ली एनसीआर, यूपी, महाराष्ट्र और कर्नाटक में ज्यादा फैल रहा है। यह बैक्टीरियल इंफेक्शन, वायरल इंफेक्शन या फिर एलर्जी से हो सकता है। वहीं, आई फ्लू के बढ़ते मामलों के बीच साल 1990 पुरानी दवाई क्लोरामफेनिकोल आई ऑइंटमेंट, जिसे लोग अलग-अलग नामों से जानते हैं, चर्चा का विषय बनी हुई है।
पढ़ें :- अमृतसरी बड़ी खाने के हैं शौंकीन तो इस Viral Video में बनने का तरीका देखने के बाद कर देंगे उल्टी
डॉक्टरों के मुताबिक, आई फ्लू या पिंक आई, इन दिनों मौसम में नमी के कारण यह और तेजी से फैल रहा है। इस बीमारी का कोई विशेष इलाज नहीं है। यह आमतौर पर तीन से पांच दिनों तक रहता है। हालांकि डॉक्टरों का यह भी कहना है कि क्लोरामफेनिकोल 1% आई ऑइंटमेंट एक एंटीबायोटिक है जो आंखों में संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। यह सीधे बैक्टीरिया को मारता नहीं है, लेकिन उनकी संख्या में बढ़ने से रोकता है, और अंततः अंततः इन्फेक्शन को खत्म करता है।
क्लोरामफेनिकोल आई ऑइंटमेंट की कितनी है कीमत
क्लोरामफेनिकोल आई ऑइंटमेंट को लोग आंखों का कैप्सूल, नीम कौड़ी, निम्बोली, चिपरा दवाई, पिनसीलीन, लोसना ट्यूब जैसे कई नामों से जानते हैं। दुकानों पर यह क्लोरामफेनिकोल आई ऑइंटमेंट के नाम से मिलती है। पहले यह दवा बहुत सस्ते दामों में मिलती थी लेकिन अब यह महंगी हो गयी है। क्लोरामफेनिकोल 1% आई ऑइंटमेंट की बात करें तो यह अभी करीब 20 से 25 रुपये में मिल रही है। इसमें एक स्ट्रीप मिल रही है जिसमें यह 10 प्यूब हैं। अब क्लोरामफेनिकोल 1% आई ऑइंटमेंट के ट्यूब भी बाजार में आ गए हैं। इसकी कीमत थोड़ी ज्यादा है।
जानकारी के मुताबिक, क्लोरामफेनिकोल 1% आई ऑइंटमेंट को पिल्को फार्मा प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बनाया जा रहा है। यह एक गैर-सरकारी कंपनी है। पिल्को फार्मा प्राइवेट लिमिटेड पिछले 35 वर्षों से मुख्य रूप से मैन्युफैक्चिरिंग में लगी हुई है। कंपनी कानपुर (उत्तर प्रदेश) रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्टर्ड है।