नई दिल्ली। यूएनएससी (UNSC) में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि हम यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों की सुरक्षित वापसी की सुविधा प्रदान करने में सफल रहे हैं। हमने अन्य देशों के नागरिकों को उनके संबंधित देशों में लौटने में भी सहायता की है। हम आने वाले दिनों में ऐसा करने के लिए तैयार रहेंगे।
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टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी तत्काल मांग को दोहराया है। हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद, सुमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया।
UNSC की बैठक में भारत ने कहा कि हम सभी से शत्रुताओं को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करते रहे हैं। हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने एक बार फिर दोनों पक्षों के नेतृत्व से बात की और तत्काल युद्धविराम और दोनों पक्षों को बातचीत के रास्ते पर लौटने की आवश्यकता को दोहराया।
यूएनएससी की बैठक में टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति और आगामी मानवीय संकट पर हमें तत्काल ध्यान देना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, पिछले ग्यारह दिनों में 15 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में शरण मांगी है।
टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के अनुसार, अब तक 140 से अधिक नागरिक मारे जा चुके हैं, जिनमें एक युवा भारतीय छात्र भी शामिल है। भारत उनके निधन पर शोक व्यक्त करता है और हम उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम संघर्ष में हर नागरिक के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं।