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ठग सुकेश चंद्रशेखर मामले में Jacqueline ने तोड़ी चुप्पी, कह दी ये बड़ी बात

By आराधना शर्मा 
Updated Date

मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) ने 28 अप्रैल को ईडी द्वारा संपत्ति के अस्थायी तौर पर अटैच किए जाने पर अपना जवाब दाखिल किया है.

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जैकलीन (Jacqueline Fernandez)  के वकील की ओर से कहा गया है कि बैंक में एफडी की राशि जो आदेश के तहत अटैच की गई हैं, उनका अपराध से कोई संबंध नहीं है और न ही फिक्स्ड डिपोजिट अपराध की कथित आय का उपयोग करके की गई है.

ईडी कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) के खिलाफ दर्ज मामले की जांच कर रही है. ईडी (ED) ने बताया था कि एक विदेशी नागरिक होने की वजह से इस बात की पूरी संभावना है कि वह देश छोड़ सकती हैं और मुकदमे के पूरा होने के समय अपराध की आय जब्ती के लिए उपलब्ध नहीं होंगी.

जैकलीन (Jacqueline Fernandez)  के वकील प्रशांत पाटिल ने जवाब में एक चार्ट दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि पैसे का स्त्रोत क्या है. इसमें अधिकांश पहले की जमा राशि से परिपक्वता राशि है. ये डिपोजिट अगस्त 2021 से जनवरी 2022 के बीच के हैं. जैकलीन (Jacqueline Fernandez) का कहना है कि उन्होंने हमेशा जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है और सभी समन के बाद पूछताछ में शामिल हुई हैं.

उन्होंने कहा, ‘उनके पास जितनी जानकारी थी, उन्होंने ईडी को सौंप दी है. एजेंसियां ये नहीं समझ पाईं कि उसे इस मामले में जबरन शामिल किया गया, वह मुख्य आरोपी चंद्रशेखर द्वारा अपनाए गए तौर-तरीकों का शिकार हैं. अभियोजन पक्ष के पूरे मामले को दलीलों के लिए सच मानते हुए भी उसके खिलाफ पीएमएलए या लागू किसी अन्य कानून के तहत कोई मामला नहीं बनता है.”

इसके साथ ही जैकलीन (Jacqueline Fernandez) ने जवाब में लिखा है कि उनके साथ अलग तरह का व्यवहार किया जा रहा है, जबकि वह सुकेश चंद्रशेखर के अन्य पीड़ितों और एक्टर नोरा फतेही (Nora Fatehi) जैसे गवाहों के समान हैं. जवाब में कहा गया है, “आश्चर्य की बात यह है कि फर्नांडीस की तरह नोरा फतेही (Nora Fatehi) को भी मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने धोखा दिया था.

कई हस्तियों जिन्हें चंद्रशेखर की ओर से उपहार मिले थे, उन्हें गवाह बनाया गया है, जबकि उसे एक आरोपी के रूप में घसीटने की मांग की जाती है. यह स्पष्ट रूप से जांच एजेंसी की ओर से एक दुर्भावनापूर्ण प्रेरित और पक्षपातपूर्ण नजरिए को दर्शाता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.”

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