Joint Family : दुनिया के हर समाज में परिवार की परंपरा है। भारत में तो संयुक्त परिवार की परंपरा है। संयुक्त परिवार जहां दो या तीन पीढ़ियों के लोग एक साथ एक घर में रहते है। बदलती जीवन शैली की वजह से महानगरों में एकल परिवार का प्रचलन है। लेकिन भारतीय गांवों में अभी भी संयुक्त परिवार का परंपरा चलती आ रही है। जैसे जैसे भारतीय समाज आधुनिकता का दौर प्रारंभ हुआ वैसे वैसे इस बात बसह होना तेज हो गई कि एकल परिवार के लोग ज्यादा सुखी हैं या संयुक्त परिवार के लोग। इस विषय पर कुछ लोगों का मानना है कि एकल परिवार के लोग अधिक सुखी रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है कि संयुक्त परिवार के अपने अलग ही फायदे है। समाज में ये बहस जारी है। आइये आज जानते है कि संयुक्त परिवार के फायदे क्या है।
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पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा मिलता है
संयुक्त परिवार में एक दूसरे को देख कर सीखने का मौका हर समय बना रहता है। एकदूसरे को व्यवहार करते देख कर परिवार के अन्य सदस्यों को उसी तरह व्यवहार को करने की सीख मिलती है। हर रोज कुछ न कुछ नया सीखते रहने का मौका मिला है। यदि घर में कोई ऐसा जोड़ा है जो नौकरी करता है तो बच्चों पालन पोषण में बड़े बूढ़ों से सहायता मिलती है। बच्चें का अपनों के बीच आसानी से पालन पोषण होता है। नौकरी करने वाले जोड़े को बच्चों की बिल्कुल चिंता नहीं होती है।
संयुक्त परिवार में रहने से आपको एक तरह की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है। जरूरत पड़ने पर आप बिना किसी हिचक के अपने परिवार के सदस्यों से तुरंत सहायता मांग सकते हैं। वहीं परिवार के सभी सदस्य भी हमेशा एक-दूसरे की मदद को तत्पर रहते हैं। संयुक्त परिवार में वही काम सभी लोग मिलजुल कर खत्म कर लेते हैं। साथ ही घर की जिम्मेदारियां भी सब आपस में बांट लेते हैं। पर्व और त्योहार में खुशिया दूनी हो जाती है।