Joshimath News: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों में दरार पड़ने के मामले में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसको लेकर वहां के लोगों में खौफ बढ़ता जा रहा है और लोग अपने घर को छोड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसको लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई।
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सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रिंसिपल सेक्रेटरी की जोशीमठ मामले पर हुई बैठक के दौरान कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। इसमें तय किया गया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य सोमवार को जोशीमठ का दौरा करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बैठक में बताया गया कि भारत सरकार की एजेंसियां और विशेषज्ञ लघु, मध्यम और दीर्घकालिक योजना तैयार करने में राज्य सरकार की सहायता कर रहे हैं। एनडीआरएफ की एक टीम और एसडीआरएफ की चार टीमें पहले ही जोशीमठ पहुंच चुकी हैं। इसके साथ-साथ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने रिपोर्ट के आधार पर उठाए कई कदम
इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने रिपोर्ट के आधार पर जोशीमठ शहर में जानमाल की सुरक्षा के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। शहर के लगभग डेढ़ किलोमीटर के भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र को आपदाग्रस्त घोषित किया गया है। वहीं जोशीमठ में भू धंसाव के चलते सेना ने किराए के घर में रहने वाले अपने जवानों को अपने कैंपों में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। जोशीमठ में भारतीय सेना की बिग्रेड और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की एक बटालियन तैनात है।
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