लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी के विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का ढिढोरा उसका शीर्ष नेतृत्व खूब पीटता है। इसके साथ ही ये पार्टी हिन्दू धर्म का संवाहक,भारतीय संस्कृति की ध्वज वाहक, नैतिकता,संस्कारों से परिपूर्ण होने दावा का दावा करने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं,लेकिन उत्तराखंड की एक चुनावी जनसभा में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर ऐसा आपत्तिजनक बयान दिया है। जो पार्टी के संस्कारों की कलई खोल कर रख दी है।
पढ़ें :- नाबालिक लड़की को बहला फुसला कर भाग ले गया मनबड़ युवक,न्याय की गुहार
बता दें कि उत्तराखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सबूत मांगे जाने के मुद्दे पर राहुल गांधी पर निशाना साधा है। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि इनकी (राहुल गांधी) मेंटिलिटी देखिए, जनरल विपिन रावत हमारे देश के गौरव थे। उनके नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन राहुल गांधी बोलते हैं कि प्रूफ दो। हमने (बीजेपी ने) कभी उनसे यह सबूत मांगा है कि वो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं?
सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इस बयान को आए करीब 24 घंटे होने को है, लेकिन इस आपत्तिजनक बयान अभी तक पार्टी चुप्पी साधे हुए है। शायद इसकी वजह यह है कि इस बार असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का शर्मनाक बयान पार्टी की छवि पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। इसके उलट यदि कोई विरोधी दल का बयान होता तो बीजेपी के प्रवक्ता व शीर्ष नेतृत्व इसको भुनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देता था।
हालांकि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के आपत्तिजनक बयान देने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K Chandrashekhar Rao) ने पीएम मोदी (PM Modi) पर बड़ा अटैक किया है। चंद्रशेखर राव ( Chandrashekhar Rao) ने असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sharma) को तुरंत हटाने की मांग की है। चंद्रशेखर राव ने बीजेपी आलाकमान से सवाल किया कि क्या यह एक मुख्यमंत्री की भाषा होनी चाहिए, क्या ये भाषा बीजेपी का संस्कार है?
के चंद्रशेखर राव (K Chandrashekhar Rao) ने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा (BJP President JP Nadda) से असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को पद से हटाने की मांग की है। इतना ही नहीं के चंद्रशेखर राव ने पूछा कि, क्या ये बीजेपी की संस्कृति है? क्या यह हिन्दू धर्म और भारतीय संस्कृति के अनुरुप है? एक भारतीय होने के नाते मुझे शर्म आ रही है।
पढ़ें :- बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार से मिले पीएम मोदी, पूछा- कैसे हो भाई? साझा किया वीडियो
राव ने सरमा के बयान के लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदीजी, क्या यही हमारी भारतीय संस्कृति है? क्या यही वेदों, महाभारत, रामायण और भगवद् गीता में सिखाया गया है? मैं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से प्रश्न करता हूं कि क्या यही हमारी संस्कृति है? राव ने कहा कि क्या कोई मुख्यमंत्री इस तरह से बात करता है? हर बात की सीमा होती है। आप अहंकारी हैं? तमाशा कर रहे हैं, आपको लगता है कि लोग चुप रहेंगे?
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी से जब एक न्यूज चैनल से असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी। तो उन्होंने कहा कि एक शहीद की विधवा अपमान है। बीजेपी नेताओं से इससे ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बगैर किसी का नाम लेते हुए बीजेपी पर सांकेतिक रूप से बड़ा हमला बोला है। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि ऊपर वाला जिन्हें तहज़ीब न दे… उन्हें जीभ न दे। भाजपा के एक मुख्यमंत्री का असभ्य कथन। भाजपा की नारी विरोधी सोच का प्रतीक है। हर मां का अपमान है। दुर्भाग्यपूर्ण, घोर निंदनीय, चुनाव आयोग!
ऊपरवाला जिन्हें तहज़ीब न दे… उन्हें जीभ न दे।
भाजपा के एक मुख्यमंत्री का असभ्य कथन… भाजपा की नारी विरोधी सोच का प्रतीक है… हर माँ का अपमान है।
पढ़ें :- वीर सावरकर एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल उड़ानें शुरू, कुआलालंपुर से एयर एशिया की फ्लाइट की लैंडिंग
दुर्भाग्यपूर्ण!
घोर निंदनीय!!
चुनाव आयोग!!!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2022
राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि असम के मुख्यमंत्री ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। समय—समय पर भाजपा के नेताओं को दातुन से मुंह तो धो लेना चाहिए।
पढ़ें :- संविधान RSS-BJP के लिए खोखली होगी, लेकिन हमारे लिए ये इस देश का DNA है: राहुल गांधी
असम के मुख्यमंत्री ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है।
समय समय पर भाजपा के नेताओं को दातुन से मुंह तो धो लेना चाहिए!
— Jayant Singh (@jayantrld) February 13, 2022
वहीं एनएसयूआई के नेशनल सेक्रेटरी नीतीश गौड़ ने भी असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री ने विवादित बयान दिया है और यह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का अपमान है।