Kanpur Dehat Burnt Case : यूपी के कानपुर देहात जिले में बीते सोमवार को हुई दर्दनाक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस-प्रशासन के आपराधिक कृत्य ने एक मां-बेटी को जिंदा जलने के लिए मजबूर कर दिया। इस बर्बर घटना को लेकर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। कानपुर देहात जिला प्रशासन की लापरवाही की तीखी आलोचना हो रही है। यूपी के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) जिले में घटी हैवानियत की घटना ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति को एक बार फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
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Kanpur Dehat Burnt Case : झोपड़ी में जिंदा जल गई मां-बेटी, उधर जिले की संवेदनहीन डीएम नेहा जैन डांस करती दिखी, देखें वीडियो वायरल pic.twitter.com/sFLAFSIVOk
— santosh singh (@SantoshGaharwar) February 14, 2023
इसी बीच जिले की डीएम नेहा जैन का एक डांस वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में कानपुर देहात की जिलाधिकारी गाने पर खूब थिरकती नजर आ रही हैं। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कानपुर देहात महोत्सव चल रहा था। कल यानी सोमवार 13 फरवरी को महोत्सव का आखिरी दिन था और संगीत की महफिल जमी थी। कलेक्टर नेहा जैन भी कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस दौरान डीएम जैन स्टेज पर जमकर थरकीं। नेहा जैन के डांस का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लेकिन यूजर्स को उनका ये अंदाज रास नहीं आ रहा है। क्योंकि कल ही उनके जिले में इतनी बड़ी घटना हो गई।
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सोशल मीडिया यूजर्स कलेक्टर नेहा जैन के वीडियो पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं। उन्हें असंवेदनशील बताया जा रहा है। कुछ यूजर्स ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति को लेकर योगी सरकार को भी निशाने पर ले रहे हैं। ऐसे में कानपुर देहात की डीएम के इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य सरकार क्या कदम उठाती है, देखने वाली बात होगी। बता दे कि कानपुर देहात पुलिस-प्रशासन के सामने मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। SDM-SO समेत 40 पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। आग से जलती झोपड़ी और संवदेना शून्य जिले की जिलाधिकारी नेहा जैन का रात में डांस करते हुए वीडियो वायरल होने पर जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है।
प्रशासन के साथ गांव के दबंग भी दोषी
मड़ौली गांव में हुए इस दर्दनाक घटना के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ कुछ स्थानीय दबंग भी शामिल हैं। मृतक महिला के पति कृष्ण गोपाल दीक्षित ने कहा कि उनके झोपड़ी को गिराने के लिए जब बुलडोजर पहुंचा तो गांव के 8-10 लोग इस कार्रवाई का समर्थन करने लगे। जब झोपड़ी में आग लगी और उनकी पत्नी और बेटी अंदर ही फंस गए, तब वे कह रहे थे कि सबको जला दो। घटना के बाद सभी मौके से फरार हो गए।
बता दें कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर इस मामले में रूरा थाने में एसडीएम, एसएचओ, लेखपाल समेत अन्य सरकारी कर्मियों के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा गांव के दर्जन भर लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।