नई दिल्ली: प्रत्येक वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी मनाई जाती है। धार्मिक तौर पर ये दिन बहुत शुभ माना जाता है। प्रथा है कि इस दिन ही मां गंगा की उत्पत्ति हुई थी तथा वे स्वर्ग लोक से महादेव की जटाओं में पहुंची थीं।
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आपको बता दें, इसलिए इस दिन को गंगा जयंती तथा गंगा सप्तमी जैसे नामों से जाना जाता है। इस दिन गंगा स्नान तथा पूजन की विशेष अहमियत होती है। इस बार गंगा सप्तमी 18 मई को मनाई जाएगी। जानिए इस त्यौहार से जुड़ी विशेष बातें।
गंगा सप्तमी शुभ मुहूर्त
- गंगा सप्तमी तिथि आरम्भ: 18 मई 2021 को दोपहर 12ः32 बजे से
- गंगा सप्तमी तिथि समाप्त: 19 मई 2021 को दोपहर 12ः50 बजे तक
गंगा सप्तमी की अहमियत
प्रथा है कि गंगा जयंती के दिन मां गंगा का पूजन व गंगा स्नान करने से पापों का खात्मा होता है तथा यश व सम्मान में बढ़ोतरी होती है। इसके अतिरिक्त जो लोग मंगल दोष से पीड़ित हैं, उनको गंगा मैया के पूजन से खास फायदा मिलता है। इस बार गंगा जयंती के दिन मंगलवार है, ऐसे में मंगल दोष से पीड़ित लोगों के लिए इस दिन की अहमियत और अधिक बढ़ गई है। इस दिन दान पुण्य की भी खास अहमियत है, पूजन के पश्चात् जरूरतमंदों को दान करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं।