नई दिल्ली। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुल्कर स्वर कोकिला लता मंगेश्कर(Lata Mangeshkar) को आई कह कर के बुलाते थे। उन्हें अपनी मां का दर्जा देने वाले सचिन तेंदुल्कर ने उनसे एक टीवी कार्यक्रम में एक गाना गाने का अनुरोध किया। वो गाना था तू जहां जहां चलेगा मेरा साया साथ होगा। सचिन के इस अनुरोध पर जब लता जी ने इस गाने को गाया उसके बाद सचिन ने कहा था कि आप ईश्वर के द्वारा दी गईं एक उपहार हैं। बता दें कि सचिन तेंदुल्कर को लता मंगेश्कर भी बेटे की तरह मानती थी।
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सचिन तेंदुल्कर (Sachin Tendulkar)को भारत रत्न देने की सिफारिश भी सबसे पहले सरकार से लता मंगेश्कर ने ही की थी। वह कहती थी संयोग की बात ये है कि महान सिंगर लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर की पुण्य तिथि और सचिन का जन्मदिन दोनों 24 अप्रैल को होते हैं। लता ने याद करते हुए एक बार कहा था, ‘सचिन का जन्मदिन 24 अप्रैल को होता है और उसी दिन मेरे पिता दीनानाथ मंगेशकर की पुण्य तिथि होती है।
मैं वह दिन कभी नहीं भूल सकती जब उन्होंने पहली बार मुझे आई (मां) कहा था। मुझे इसकी उम्मीद नहीं थीं। यह मेरे लिए हैरान करने वाला था और उन जैसा बेटा पाकर मैं खुद को खुशकिस्मत समझती हूं।’गौरतलब है कि आज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लता मंगेश्कर ने अंतिम सांस ली। स्वर कोकिला के नाम से जानें जाने वाली लता दी ने दुनिया को आज अलविदा कह दिया। वह पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थीं। उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था।