नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने बीते 8 अक्टूबर को कहा था कि लखीमपुर खीरी कांड में यदि उनका बेटा दोषी पाया गया तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। साथ ही अजय मिश्रा ने अपने बेटे को लेकर कहा था कि वो घटनास्थल पर नहीं थे। पुलिस सबूत इकट्ठा करे। अगर मेरे पुत्र की मौजूदगी का एक भी वीडियो आप दिखा दें तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। अजय मिश्रा का ये दावा अब एसआईटी की चार्जशीट जमा होने के बाद कमजोर नजर आ रहा है। क्योंकि चार्जशीट में जांच टीम ने कहा है कि जब किसानों को कार से रौंदा गया तो आशीष मिश्रा वहीं घटनास्थल पर मौजूद था, वो कार में था।
पढ़ें :- बगैर मोदी जी के आशीर्वाद से कौन सा देश केवल अडानी को चुनेगा, हम ये चाहते हैं JPC का हो गठन : खरगे
टेनी ने कहा था कि पूरे मामले की निष्पक्षता के साथ जांच कराई जा रही है। राजनीतिक द्वेष की भावना से मुझे और मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है। हमारे पास कई ऐसे सबूत हैं, जिससे यह साबित होता है कि मैं और मेरा बेटा घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। घटनास्थल और कार्यक्रम स्थल से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी थी।
बता दें कि कांग्रेस से लेकर सपा तक, कई विपक्षी दल लगातार अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग करते रहे हैं। यहां तक कि संसद के शीतकालीन सत्र में भी लगातार इस मांग को उठाया गया। किसानों की मांग भी इस्तीफे की रही है । विपक्ष ने सड़क से लेकर संसद तक इस मामले को लेकर हंगामा किया था। राहुल गांधी ने कहा था कि अजय मिश्र टेनी को इस्तीफा देना होगा। यह लिखकर ले लो।
अब जबकि चार्जशीट में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है तो विपक्ष फिर अजय मिश्रा के खिलाफ एक्टिव हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिस व्यक्ति का बेटा मुख्य आरोपी बनाया गया हो, वो देश के गृह राज्य मंत्री के पद पर कैसे रह सकता है। सुप्रिया श्रीनेत ने मांग की है कि अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाना चाहिए।