वायनाड। केरल के वायनाड में भूस्खलन से तबाही मची हुई है। भूस्खलन से अब तक 93 लोगों की जान चली गई है, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। इसके साथ ही सैकड़ों की संख्या में लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने का काम किया जा रहा है। स्थानीय आपदा मोचन बल के जवान राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। बारिश के कारण कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
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इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कईयों ने दुख जताया है। यहां तक कि पीएम मोदी ने भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का एलान किया है। साथ ही घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
वहीं वायनाड में भूस्खलन आपदा के जवाब में, भारतीय तटरक्षक बल जिला मुख्यालय (केरल और माहे) और भारतीय तटरक्षक बल स्टेशन बेपोर ने प्रभावित क्षेत्र में आपदा राहत दल भेजा है। आपदा से प्रभावित समुदायों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने के लिए टीमों को जुटाया गया है। राहत दल में उच्च प्रशिक्षित ICG कर्मी और एक समर्पित चिकित्सा दल शामिल है।
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टीम जरूरी आपदा राहत सामग्री से लैस है। इसमें बचाव कार्यों के लिए रबर की नावें, पानी और जल निकासी की समस्याओं को प्रबंधित करने के लिए डीजल से चलने वाले पंप, सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट, प्रतिकूल मौसम की स्थिति में कर्मियों की सुरक्षा के लिए रेनकोट और गम बूट और मलबे को साफ करने और प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए अन्य मिट्टी साफ करने वाले उपकरण मौजूद है।