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Liz Truss : ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने पार्षद से शुरू किया था राजनीतिक सफर, जानें कैसी चढ़ती गई सफलता की सीढ़ियां

By संतोष सिंह 
Updated Date

Liz Truss : लिज ट्रस (Liz Truss) ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री (Britain’s New Prime Minister) होंगी। लिज ट्रस की जिंदगी भी काफी रोचक है। लिज ट्रस (Liz Truss)  का पूरा नाम मैरी एलिजाबेथ ट्रस (Full Name Mary Elizabeth Truss) है। इनका जन्म 26 जुलाई 1975 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। पिता जॉन केनेथ (Father John Kenneth) और मां प्रिसिला मैरी ट्रस (Mother of Priscilla Marie Truss) थीं। पिता लीड्स विश्वविद्यालय (University of Leeds) में गणित के प्रोफेसर, जबकि उनकी मां एक नर्स थीं।

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जब ट्रस चार साल की थीं, तब उनका परिवार स्कॉटलैंड शिफ्ट हो गया था। यहां उन्होंने शुरुआती पढ़ाई की। इसके कुछ साल बाद कनाडा शिफ्ट हो गईं। 1996 में ट्रस ने मेर्टन कॉलेज (Merton College), ऑक्सफोर्ड से दर्शन, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है। छात्रनेता के रूप में ट्रस ने लेबर पार्टी के लिए खूब प्रचार भी किया। हालांकि, स्नातक खत्म होते-होते यानी 1996 में उन्होंने डेमोक्रेट्स छोड़कर कंजरवेटिव पार्टी (Conservative Party) जॉइन कर ली। तभी से वह इस पार्टी में हैं।

ऐसे शुरु हुआ सियासी सफर
1996 से 2000 के बीच ट्रस ने शेल के लिए अकाउंटेंट के तौर पर काम किया। ब्रिटेन की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी केबिल एंड वायरलेस में भी उन्होंने काम किया है। इस कंपनी में वह इकनॉमिक डायरेक्टर के पद तक पहुंची थीं। 2005 में उन्होंने कंपनी छोड़ दी। ट्रस ने 1998 और 2002 में ग्रीनविच लंदन बोरो काउंसिल इलेक्शन(2002 Greenwich London Borough Council election) भी लड़ा भी लड़ा, हालांकि दोनों में ही उन्हें हार मिली। चार मई 2006 को उन्होंने पहला चुनाव पार्षद के तौर पर जीता। इसके बाद 2010 में वह पहली बार सांसद चुनी गईं।

बताया जाता है कि जब वह सांसद का चुनाव लड़ रहीं थीं, तब उनके पिता ने इसलिए प्रचार करने से मना कर दिया क्योंकि ट्रस कंजरवेटिव पार्टी (Conservative Party) से थीं और वह लेबर पार्टी को पसंद करते थे। हालांकि मां ने जरूर ट्रस के लिए प्रचार किया। सांसद बनने के दो साल बाद वह शिक्षामंत्री भी बन गईं। बतौर शिक्षामंत्री उन्होंने कई बड़े काम किए। एक सर्वे करवाया, जिसमें मालूम चला कि 18 वर्ष तक केवल 20 प्रतिशत ब्रिटिश छात्र गणित पढ़ पाते हैं। ऐसे में उन्होंने पूर्णकालिक बच्चों के लिए गणित विषय अनिवार्य कर दिया। 2014 में उन्हें पर्यावरण मंत्री (Environment Minister) बनाया गया।

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